कलियर। पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर की मदद से एक युवक से पांच सौ नशीले इंजेक्शन बरामद किए है। पकड़े गए युवक के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया है।
थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया की उच्च अधिकारियों के निर्देश पर ड्रग्स फ्री देवभूमि के तहत क्षेत्र में नशे के खिलाफ चेंकिग अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान मुखबिर ने पुलिस को मेहवड पुल के पास एक युवक को नशीले इंजेक्शन के साथ खड़ा होने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। युवक की तलाशी लेने पर उसके पास से पांच सौ प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुए। ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने इसकी पुष्टी की। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मोहम्मद हामिद निवासी महमूदनगर मदीना चोक सिविल लाइन मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश बताया है। बताया कि वह इंजेक्शनों को सस्ते दामों पर खरीद कर महंगे दामों में बेचता है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया है। थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि पकड़े गए युवक हामिद निवासी महमूदनगर थाना सिविल लाइंस मुजफ्फरनगर के खिलाफ एनडीपीएस में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस पकड़े गए युवक के आपराधिक इतिहास की जानकारी भी जुटा रही है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी, एसआई विनोद गोला, सोनू चौधरी, अलियास अली,अजय काला शामिल रहे।
20 ग्राम की जगह एक हजार ग्राम है क्वांटीटी
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि प्रतिबंधित इंजेक्शन का मौके पर ही प्रथम दृष्टया जांच पड़ताल की गई। इस दौरान मामूल हुआ कि 20 ग्राम की जगह एक हजार ग्राम इंजेक्शन में क्वांटीटी है। जो नियमों के विरुद्व है। उन्होंने बताया कि कॉमर्शियल में 20 ग्राम क्वांटीटी ही स्टैंडर्ड मानक होता है। बताया कि इसका डोज काफी घातक हो सकता है।
कंपनी का नाम और पता फर्जी
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान मामूल हुआ कि प्रतिबंधित इंजेक्टर के रैपर पर जिस कंपनी का नाम और पता तथा लाइसेंस नंबर लिखा हुआ है ये सभी फर्जी है। इस नाम की कोई भी कंपनी रिकॉर्ड में नहीं है और ना ही लाइसेंस नंबर सही लिखा गया है। उन्होंने बताया कि ये दवाई नकली है या असली ये एफएसएल रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा।
मुजफ्फरनगर से हो रही है इसकी सप्लाई
कलियर थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी एवं ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि ये प्रतिबंधित इंजेक्शन मुजफ्फरनगर से यहां अलग अलग इलाकों में सप्लाई की जानी थी। इससे पहले ही पुलिस ने आरोपी को इन इंजेक्शनों के साथ गिरफ्तार कर लिया। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस के साथ मिलकर ये अभियान लगातार ही जारी रहेगा।