देहरादून : उत्तराखंड में आने वाले दो दिन भारी गुजरेंगे। मौसम विभाग ने प्रदेशभर में अगले 48 घंटे भारी बारिश और इससे बड़े नुकसान की आशंका जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक इस दरम्यान राज्यभर में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसे देखते हुए अलर्ट के साथ ही एडवाइजरी जारी की गई है।
पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन व सड़कें बंद होने की संभावना के मद्देनजर सलाह दी गई है कि जरूरी न हो तो अगले दो दिन यात्रा टाल दें ।अलर्ट के मद्देनजर प्रशासन भी सतर्क हो गया है। ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों का फोटोमैट्रिक पंजीकरण दो दिन के लिए रोक दिया गया है।
इस बीच लगातार बारिश से कुमाऊं क्षेत्र में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। पिथौरागढ़ के धौलकोट गांव में आकाशीय बिजली गिरने से पूर्व जिला पंचायत सदस्य का घर ढह गया, जबकि चार घरों में दरारें पड़ गईं। गांव में लोगों के विद्युत उपकरण फुंक गए, जबकि दो वाहनों को भी क्षति पहुंची है। संपर्क मार्ग बंद होने से लोगों को आवाजाही में दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन राज्य के सभी जिलों में जोरदार वर्षा की संभावना है। हल्की से मध्यम वर्षा के बीच कुछ स्थानों पर 65 से 205 मिमी तक वर्षा हो सकती है। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन व सड़कें बंद होने और मैदानी इलाकों देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जनपदों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।ऐसे में सतर्कता बरतनी जरूरी है।
उन्होंने सलाह दी है कि इन दो दिनों में यदि जरूरी न हो तो यात्रा को टाला जा सकता है। नदी-नाले उफान पर रह सकते हैं, लिहाजा इनके किनारे की बसागत को अधिक सतर्क रहना होगा।
उधर, मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों का फोटोमैट्रिक पंजीकरण दो दिन के लिए रोक दिया गया है। उपजिलाधिकारी हर गिरी ने यह जानकारी दी।
इस बीच पहाड़ से लेकर मैदान तक वर्षा का क्रम जारी रहने से जनजीवन पर असर पड़ा है। खासकर कुमाऊं क्षेत्र में। बागेश्वर जिले में दो घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 25 घर खतरे की जद में हैं। वहीं, चारधाम यात्रा मार्गों के बंद होने व खुलने का क्रम सोमवार को भी बना रहा।