उत्तराखण्डक्राइम
डॉ. मृत्युंजय मिश्रा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में गए जेल
देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित रजिस्ट्रार और पूर्व अपर स्थानिक आयुक्त डॉ. मृत्युंजय मिश्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। विजिलेंस ने उन्हें सोमवार शाम को ईसी रोड स्थित कैफे से गिरफ्तार किया था।
विजिलेंस टीम मंगलवार दोपहर बाद मृत्युंजय मिश्रा को दून अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद सीधे कोर्ट लेकर पहुंची। जहां सबसे पहले विजिलेंस के शासकीय अधिवक्ता गिरीश पंचोली के कक्ष में मिश्रा को ले जाया गया। जहां करीब 20 मिनट तक मिश्रा की मौजूदगी में कागजी प्रक्रिया की गई। इसके बाद विजिलेंस ने डॉ. मिश्रा को एडीजे प्रथम राजीव कुमार खुल्बे की अदालत में पेश किया। इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता एमएस पंत ने कहा कि मिश्रा पर क्या आरोप लगाये गए हैं, अभी तक तहरीर की कॉपी उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कोर्ट के समक्ष अभियोजन पक्ष से कॉपी उपलब्ध कराने की मांग की। जज राजीव कुमार खुल्बे ने अभियोजन पक्ष को तत्काल कॉपी उपलब्ध कराने का आदेश देते हुए कहा कि इसके बाद आगे की सुनवाई की जाएगी। इसके बाद कोर्ट में आगे की कार्रवाई शुरू हुई और दोनों पक्षों ने कोर्ट में अपने पक्ष रखे। शासकीय अधिवक्ता गिरीश पंचोली ने मिश्रा पर लगे आरोपों को कोर्ट में दोहराया। वहीं, बचाव पक्ष के अधिवक्ता पंत ने कहा कि हमारे मुव्वकिल को साजिशन फंसाया जा रहा है। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद मिश्रा को 17 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला सुनाया।