देहरादून
कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय का डालनवाला थाने में हाईवोल्टेज ड्रामा

जमानत लेने के बाद भी एनबीडब्लू (गैर जमानती वारंट) लेकर घर पहुंची पुलिस के खिलाफ शनिवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने डालनवाला थाने में कार्यकर्ताओं को साथ गिरफ्तारी देने पहुंचे। जहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि पुलिस ने अपनी भूल स्वीकार किया। जिसके बाद किशोर उपाध्याय अपने समर्थकों के साथ थाने से वापस लौटे।

सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ किशोर उपाध्याय शनिवार को लक्ष्मी रोड स्थित अपने आवास से गिरफ्तारी देने के लिए डालनवाला थाना पहुंचे। यहां किशोर उपाध्याय सीओ डालनवाला जया बलुनी के सामने समर्पण करते हुए गिरफ्तार करने की बात कही। हालांकि सिओ ने गिरफ्तारी से इंकार करते हुए कहा कि कोर्ट द्वारा उन्हें जमानत दिए जाने की जानकारी पुलिस के पासतक नहीं पहुंची थी। जिस कारण पुलिस टीम उन्हें तीन तारीख को रिकॉल होने की जानकारी देने पहुंची थी। हालांकि बाद में पुलिस को कोर्ट से जमानती के बारे में पता चल गया था। सिओ ने पुलिस की भूल को स्वीकार किया। वहीं किशोर उपाध्याय ने कहा कि पुलिस एनबीडब्ल्यू वारंट लेकर घर आई, जिससे मानसिक तौर पर परिजन परेशान हुए। इसलिए वे कानून का पालन करते हुए गिरफ्तारी देने थाने पहुंचे हैं। इस दौरान उपाध्याय के समर्थकों ने जमकर सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
किशोर उपाध्याय सीओ डालनवाला
ये था मामला वर्ष 2009 में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव किया था। तब राज्य में भाजपा की सरकार थी। पुलिस ने सभी को रिस्पना पुल पर रोक लिया। इस दौरान धक्का मुक्की और प्रदर्शन से कानून व्यवस्था बिगड़ गई थी। पुलिस ने किशोर उपाध्याय समेत अन्य नेताओं पर नेहरू कालोनी थाने में मुकदर्मा दर्ज किया था। न्यायालय ने इस संबंध में लगभग सभी के खिलाफ वारंट जारी किया। जिसके बाद नेताओं ने कोर्ट पहुंचकर अपनी जमानत ले ली। लेकिन किशोर उपाध्याय कोर्ट नहीं पहुंचे। जिसके बाद कोर्ट ने अगली तारीख में गैर जमानती वारंट जारी किया। इसके बाद पिछले माह 25 तारीख को किशोर उपाध्याय ने कोर्ट पहुंचकर जमानत ले ली थी।