दुष्कर्म पीड़िता ने न्यायालय परिसर में खाया जहर, चार माह की गर्भवती है पीड़िता

रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की स्थित न्यायालय परिसर में एक दुष्कर्म पीड़िता ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। रुड़की के भगवानपुर क्षेत्र निवासी युवती दुष्कर्म के बाद से चार माह की गर्भवती है। पीड़िता की ओर से गर्भपात के लिए न्यायालय में प्रार्थना-पत्र दिया था, जिसकी मंगलवार को सुनवाई होनी थी। इससे पूर्व ही पीड़िता ने प्राणघातक कदम उठा लिया। बेसुध स्थिति में उसे रुड़की सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया। प्रकरण में आरोपित युवक वर्तमान में जेल में बंद है। पुलिस उसके विरुद्ध न्यायालय में आरोप-पत्र दाखिल कर चुकी है।
भगवानपुर थाना क्षेत्र में एक युवती किराये के मकान में रहती है। इसी वर्ष युवती की मुलाकात तैय्यब निवासी रोलाहेडी थाना-भगवानपुर से हुई थी। आरोप है कि शादी का झांसा देकर तैय्यब ने उसके साथ संबंध बनाए व बाद में शादी से इनकार कर दिया। इसे लेकर अगस्त में दोनों पक्षों में पंचायत भी हुई थी, लेकिन समाधान नहीं निकलने पर युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस मामले को टालती रही, जबकि इसी बीच युवती को पता चला कि वह गर्भवती है। मुकदमा दर्ज न होने पर पीड़िता ने एसएसपी से गुहार लगाई। जिसके बाद 21 सितंबर को भगवानपुर थाने में तैय्यब के विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने नौ नवंबर को आरोपित तैय्यब को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में 18 नवंबर को आरोपित के विरुद्ध न्यायालय में आरोप-पत्र भी दाखिल कर दिया गया। पीड़िता इस समय चार माह की गर्भवती है।
पीड़िता ने गर्भपात की स्वीकृति के लिए रुड़की के रामनगर स्थित अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन-प्रथम उपाधि सिंघल की अदालत में कुछ समय पूर्व प्रार्थना-पत्र दिया था। मंगलवार को प्रार्थना-पत्र पर सुनवाई होनी थी, जिसके लिए पीड़िता स्वजन के साथ न्यायालय पहुंची। इसी बीच सुनवाई से पहले उसने न्यायालय परिसर में अपने साथ पुड़िया में लाया जहर खा लिया। जहर खाते ही वह बेसुध होकर नीचे गिर गए व न्यायालय परिसर में हड़कंप मंच गया। न्यायालय में तैनात पुलिसकर्मी तत्काल उसे सिविल अस्पताल ले गए, जहां से उसे ऋषिकेश एम्स भेज दिया गया। एम्स में चिकित्सकों ने पीड़िता की स्थिति स्थिर बताई है। एसपी देहात स्वपन्न किशोर सिंह ने बताया कि पीड़िता की ओर से प्राणघातक कदम उठाने के मामले की जांच की जा रही है।
मकान मालिक ने दी थी कमरा खाली की चेतावनी
प्रारंभिक जांच-पड़ताल में पुलिस को पता चला है कि दुष्कर्म पीड़िता भगवानपुर में जिस किराये के कमरे में रह रही है, उसके मकान मालिक ने कुछ समय पूर्व कमरा खाली करने की चेतावनी दी थी। पीड़िता ने कमरा खाली न कराने की गुहार भी लगाई थी। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपित पक्ष पिछले कुछ दिनों से पीड़िता को मुकदमा वापस लेने के लिए धमका रहा था। पीड़िता ने इसकी शिकायत भी पुलिस को दी थी।