फर्जी दस्तावेज से लोन लेकर ये गैंग ने खरीदा लाखों रूपये की गाड़ी, फरार

देहरादून। दोपहिया वाहनों के फाइनेंस में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। फर्जी दस्तावेजों से 30 से ज्यादा दोपहिया वाहन फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर खरीदे गए। गैंग ने इन वाहनों को औन-पौने दाम पर बेच डाले। अब फाइनेंस का लोन ही वापस नहीं हो रहा है। वाहन खरीदने वालों ने पैन और आधार कार्ड लोन के लिए दिए थे, वह फर्जी निकल रहे हैं। इस फर्जीवाड़े में कंपनियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
क्लेमेंटटाउन थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि मुथुटू फाइलेंस कैपिटेल लिमिटेड के बसंत कुमार कुलबीर राणा सहित अन्य के खिलाफ फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मुताबिक कुलवीर राणा और उसके साथियों ने मुथुटू समेत दूसरी फाइनेंस कंपनियों से भी इस तरह फर्जीवाड़ा वाहन लिए हैं। थानाध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि यह गैंग काफी समय से दून में सक्रिय था। जो फर्जी कागजों से वाहन खरीदने के लिए लोन लेते थे और फिर उन वाहनों को बेच देते थे और इसके बाद फाइनेंस कंपनियों की किश्त भी बंद कर दी जाती थी। माना जा रहा है कि इस गैंग ने फाइनेंस कंपनियों को 50 लाख रुपये से अधिक का चूना लगाया है और जैसे-जैसे जांच आगे बड़ेगी फर्जीवाड़े की रकम भी और ज्यादा हो सकती है।
60 हजार की गाड़ियां 25-25 हजार में बेची
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गैंग के सदस्य दीवाली ऑफर के समय पांच से दस हजार रूपये डाउन पेमेंट कर फर्जी तरीके से गाड़ियां फाइनेंस करवाई। जिसके बाद ये लोग इन गाड़ियों को कौड़ी के भाव बेच दिया। बताया जा रहा है कि 60 हजार की गाड़ियां ठगों ने 25-25 हजार रूपये में बेचा।
ये फाइनेंस कंपनियां हुई शिकार
एलएनटी कंपनी, श्रीराम सिटी, मणीपुरण, मुथोट, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड आदि कंपनियों ने अभीतक थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने बताया कि इसके अलावा बजाज सहित अन्य कई बड़ी फाइनेंस कंपनियां भी इस गैंग का शिकार हुई है।