एक माह में दस लाख यात्री कर चुके चारधाम दर्शन
देहरादून: 2013 की आपदा के बाद पहली बार हिमालय की चारधाम यात्रा सरपट दौड़ रही है। चारों धाम में 23 मई तक दस लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं और मौसम ने साथ दिया तो उम्मीद है कि इस बार यात्रा पिछले सारे रिकार्ड तोड़ देगी।
खास बात यह कि पहली बार केदारनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या अन्य तीन धामों से अधिक है। जबकि, चारधाम यात्रा के इतिहास में हमेशा बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या सर्वाधिक रही है। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में हालांकि शुरुआती चरण में कम यात्री पहुंचे, लेकिन धीरे-धीरे यहां भी यात्रा ने गति पकड़ ली है और अब रोजाना दस-दस हजार के आसपास यात्री दोनों धाम पहुंच रहे हैं।
आपदा के बाद चारधाम यात्रा पूरी तरह पटरी से उतर गई थी। वर्ष 2015 तक तो यात्रा लगभग ठप ही रही और वर्ष 2016 में भी अपेक्षा के अनुरूप नहीं चल पाई। लेकिन, वर्ष 2017 की यात्रा उम्मीद जगाने वाली रही। इस वर्ष चारों धाम में 20 लाख के आसपास यात्री दर्शनों को पहुंचे।
इससे अलकनंदा, मंदाकिनी, गंगा और यमुना घाटी में न केवल जीवन पटरी पर लौटता नजर आने लगा, बल्कि भविष्य के लिए उम्मीदों के द्वार भी खुल गए।
अच्छी बात यह है कि इस बार शुरुआती दिन से ही यात्रा ने न केवल गति पकड़ ली थी, बल्कि दिनोंदिन यात्रियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 29 अप्रैल से अब तक बदरीनाथ व केदारनाथ में ही छह लाख 34 हजार 190 यात्री पहुंच चुके हैं। जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री में यह संख्या तीन लाख 73 हजार से अधिक है।
केदारनाथ सबसे आगे
चारधाम यात्रा के इतिहास में संभवत: यह पहला मौका है, जब केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या बदरीनाथ से अधिक है। केदारनाथ में रोजाना 13 हजार के आसपास यात्री पहुंच रहे हैं। इसके पीछे वजह जहां यात्री सुविधाओं का बेहतर होना मानी जा रही है, वहीं नए कलेवर में सजी केदारपुरी का आकर्षण भी देश-दुनिया के यात्रियों को अपनी ओर खींच रहा है।
चारों धाम में वर्षवार यात्रियों की संख्या (31 मई तक)
वर्ष——-बदरीनाथ——केदारनाथ——गंगोत्री——–यमुनोत्री
2018—-305052——-329138——–187430—–185582
2017—-290000——-265541———223732—-222339
2016—205000——-151390———-182552—-103032