ए प्लस रैंकिंग पाने वाला राज्य का पहला विवि बना उत्तरांचल विवि

देहरादून।
नैक की ए प्लस रैंकिंग पाने वाला उत्तरांचल विवि राज्य का पहला और एक मात्र विवि बन गया है। विवि की इस उपलब्धि से उत्तराखंड को भी पहली बार ए प्लस रैंकिंग विवि वाले राज्यों में शामिल होने का मौका मिला है। विवि के कुलाधिपति डा. जितेंद्र जोशी और प्रति उप कुलपति डा. राजेश बहुगुणा ने बुधवार को सहारनपुर रोड स्थित एक होटल में ये जानकारी साझा की।
कुलाधिपति डा. जितेंद्र जोशी ने बताया कि नैक ने पहली बार राज्य के किसी विवि को एक प्लस की रैंक दी है। जो कि विवि के साथ ही राज्य के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि अब तक देश में केवल 12 राज्य ही ऐसे थे जिनमें एक प्लस रैंकिंग वाला कोई विवि हो। इसमें अब उत्तराखंड 13वें राज्य के रूप में शामिल हो गया है। उन्होनें इस उपलब्धि का श्रेय विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधकर्ताओं, कर्मचारियों व छात्रों को दिया। डा. राजेश बहुगुणा ने बताया कि राज्य भर के 30 संस्थानों ने नैक रैंकिंग के लिए आवेदन किया था। लेकिन किसी को भी ए प्लस रैंकिंग नहीं मिली। उन्होनें इसे राज्य के लिए भी बड़ी उपलब्धि बताया।
सात मापदंडों के आधार पर रैंकिंग
डा. राजेश बहुगुणा ने बताया कि नैक की ओर से रैंकिंग के सात मापदंड बनाए गए हैं। जिनमें पाठ्यक्रम पहलू,अध्यापन अध्ययन एवं मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार आधारभूत सुविधाएं, छात्र सहायता एवं प्रगति, प्रशासन, नेतृत्व एवं प्रबंधन और संस्थागत मूल्य एवं सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल किया गया था। नैक की इस रैंकिंग में विवि के लॉ कालेज में अब तक देश को 44 जज और चार अटार्नी जनरल देने की उपलब्धि का बड़ा योगदान रहा।