आठ साल से फाइलों में कैद है गल्जवाड़ी गांव की पीड़ा
देहरादून।
पिछले आठ सालों से गल्जवाड़ी गांव की पीड़ा फाइलों में कैद है। चार हजार की आबादी वाले इस गांव का रिकॉर्ड आजतक राजस्व में दर्ज नहीं हो सका है। जिसके चलते इनको मालिकाना हक नहीं मिल रहा है। ग्राम प्रधान लीला शर्मा ग्रांव वासियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को इस संबंध में मुलाकात की।
परेड ग्राउंड स्थित एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लीला शर्मा ने मुलाकात करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा। लीला शर्मा ने कहा कि पिछले आठ सालों से वे इस गांव के रिकॉर्ड राजस्व परिसर में करवाने के लिए चक्कर काट रही है। उन्होंने कहा कि 2015 में सरकार ने इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि 2019 में हाईकोर्ट ने भी इस संबंध में आदेश जारी किया था। इसका भी अनुपालन नहीं किया गया। उन्होंने जनता के हित में गल्जवाड़ी में बसी बरसों पुरानी आबादी का रिकॉर्ड राजस्व परिसर में दर्ज करने की मांग की। ग्राम प्रधान ने सीएम से विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को रखने की बात कही। सीएम ने आश्वासन दिया कि वे ग्रामवासियों की समस्या का समाधान जल्द करेंगे। इस अवसर पर रेखा, दीपा, विमला, ईश्वर प्रसाद, गीता, कोपिता, सीता देवी, देवा क्षेत्री, राजु थापा आदि उपस्थित रहे।