‘दल दल’ अधिक हो गया है, अब तो अधिक कमल खिलेगा : नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कल विपक्ष के अविश्वास पर जीत दर्ज करने के बाद आज शाहजहांपुर में लोगों का दिल जीत लिया। रौजा के रेलवे मैदान में किसान कल्याण रैली में संबोधन में उन्होंने शाहजहांपुर के शहीदों को नमन करने के बाद युवाओं के उत्साह को सराहा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन पर जमकर बरसे। पीएम मोदी ने कहा देश की जनता मोदी पर भरोसा कर रही है और वह अविश्वास प्रस्ताव ला रहे। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किस बात का अविश्वास। पीएम ने कहा कि जितने कमजोर उनके आंकड़े उससे कमजोर उनका आचरण। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि सौ रुपए गांव में जाते-जाते 15 हो जाते हैं। पीएम मोदी ने सवाल उठाया कि आखिर वह कौन सा पंजा था जो रुपए को घिसकर 15 पैसे बना देता था। महागठबंधन पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा दल एक साथ मिलेंगे उतना ही दल-दल होगा और जितना ज्यादा दल-दल होगा, उतना ही कमल खिलेगा।
पीएम मोदी ने कल सदन में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के कोने-कोने को मोदी पर विश्वास है, लेकिन कुछ दलों को विश्वास नहीं है। मोदी ने कहा कि हमने उनके अविश्वास का बार-बार कारण पूछा है, लेकिन वो कारण नहीं बता पाए और गले पड़ गए। पीएम ने कहा कि अहंकार, दंभ और दमन के संस्कार आज का युवा भारत सहने को तैयार नहीं है। चाहे साइकिल हो या हाथी, कोई भी हो साथी, स्वार्थ के इस पूरे स्वांग को देश समझ चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि केंद्र से एक रुपया निकलता है तो गरीबों तक 15 पैसा पहुंचता है, हम पूछते हैं उस वक्त देश में सिर्फ उन्हीं की सरकार थी फिर भी कौन सा पंजा पैसा खा जाता था, लेकिन हमने इसे तोड़ कर दिखा दिया। हमने देश के हर गांव हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम किया है। 18000 गांवों तक जब बिजली पहुंची तो उन लोगों ने ये बोलना शुरू कर दिया कि गांव में बिजली गई, लेकिन घरों तक नहीं पहुंची है हमने बिचौलियों और मुफ्तखोर लोगों का धंधा बंद करवा दिया ऐसे में वो हमें हटाना चाहते हैं। ऐसे में हम उनसे पूछते हैं कि अगर घर तक बिजली नहीं पहुंची थी उसका जिम्मेदारी कौन है। 70 सालों तक उन लोगों ने राज किया, लेकिन बिजली गांव और घरों तक बिजली नहीं पहुंचा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चार वर्ष पहले भारत में 40 करोड़ लीटर से कम ऐथेनॉल पैदा होता था। हमारी सरकार के आने के बाद लिए गए फैसलों से इस साल के अंत तक 160 करोड़ लीटर तक ऐथेनॉल का उत्पादन पहुंचेगा। गन्ने से एथेनॉल बनाना और इसे पेट्रोल में मिक्स करने का निर्णय लिया गया। चीनी मिलों को नई मशीनों के लिए आर्थिक मदद भी दी गई। जब आवश्यकता से अधिक चीनी की पैदावार होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है। इसलिए सरकार ने फैसला लिया कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही नहीं, गाड़ियों के लिए ईंधन भी बनाया जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमनें संकल्प लिया है जिन लोगों ने यहां के लोगों को 18वीं सदी में जीने के लिए मजबूर कर दिया हम उसे बदल कर रख देंगे। हम जल्द ही सभी घरों तक बिजली पहुंचा कर रहेंगे। देश की 8 करोड़ दलित वंचित महिलाओं को गैस का कनेक्शन मुफ्त में दिया गया। गरीबों को उनकी अपनी छत देने का काम किया जा रहा है। इस बार पहले की तुलना में 6 गुणा अधिक गेहूं की खरीददारी की गई है। धान और गेहूं की खरीद शाहजहांपुर में बड़े स्तर पर की जा रही है। अब किसानों को समय पर उचित मूल्य मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव ऐसे नहीं आता है। जब 90 हजार करोड़ रुपये इधर-उधर जाना बंद हो जाते है, तब आता है। गलत कामों को कोई बंद कर दे तो उस पर वे क्यों विश्वास करेंगे क्या देश की जनता अविश्वास करने वालों को चूर-चूर कर देती है। हर घर तक बिजली पहुंचाई जा रही है। कुछ लोग हमको कोस रहे थे। हमारे काम का हिसाब मांग रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चार वर्ष पहले भारत में 40 करोड़ लीटर से कम ऐथेनॉल पैदा होता था।हमारी सरकार के आने के बाद लिए गए फैसलों से इस साल के अंत तक 160 करोड़ लीटर तक ऐथेनॉल का उत्पादन पहुंचेगा। चार वर्ष पहले भारत में 40 करोड़ लीटर से कम ऐथेनॉल पैदा होता था। हमारी सरकार के आने के बाद लिए गए फैसलों से इस साल के अंत तक 160 करोड़ लीटर तक ऐथेनॉल का उत्पादन पहुंचेगा। चीनी के आयत पर 100% शुल्क लगाया गया है, 20 लाख टन चीनी निर्यात करने की अनुमति दे दी गयी है और चीनी के लिए एक न्यूनतम मूल्य तय किया गया है ताकि चीनी मिल नुकसान का बहाना ना बना पाएं। प्रति क्विंटल पर 5.50 रुपये की अतिरिक्त मदद सीधे किसानों के खाते में जमा की जा रही हमारा निरंतर प्रयास है कि गन्ना किसान की एक-एक पाई उस तक समय पर पहुंचे। पुरानी सरकारों ने दशकों से जो व्यवस्थाएं बना रखी थीं, जो गठजोड़ बना रखे थे, उनको तोड़ा जा रहा है। पहले की सरकारों ने जो हज़ारों करोड़ का बकाया छोड़ रखा था उसको निश्चित समय सीमा में निपटाया गयाअपूर्ण और असंवेदनशील सोच ने देश और देश के किसानों का बहुत बड़ा नकुसान किया। सिंचाई से जुड़ी परियोजना को दशकों तक पिछली सरकार ने लटकाये रखी।
यूरिया की नीम कोटिंग और फर्टिलाइजर में काम हुआ है। अब लोगों को इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। यूरिया की 100 फीसदी नीमकोटिंग कर दी गई, जिससे यूरिया अब सिर्फ खेतों के काम में ही उपयोग होती है। यूरिया की डिमांड पूरी करने के लिए विदेशों से यूरिया लाने की कवायद की गई। क्योंकि देश में जो भी कारखाने थे वो सरकार की उदासीनता की वजह से बंद हो गए।हमारी सरकार इन बंद कारखानों को खोलने का फिर से काम कर रही है, साथ ही नीम से भी लोगों को कमाई हो रही है। नीम की फली का तेल निकाल कर यूरिया की नीम कोटिंग की जाती है।
बाण सागर परियोजना भी 4 दशक से लटकी हुई थी। उसे हमनें पूरा किया। प्रदेश में योगी जी सरकार बनने के बाद बीते एक साल के दौरान काम की गति में दोगुनी तेजी आ गई। अपूर्ण और असंवेदनशील सोच ने देश और देश के किसानों का बहुत बड़ा नकुसान किया। सिंचाई से जुड़ी परियोजना को दशकों तक पिछली सरकार ने लटकाये रखी। इस बार पहले की तुलना में 6 गुणा अधिक गेहूं की खरीददारी की गई है। धान और गेहूं की खरीद शाहजहांपुर में बड़े स्तर पर की जा रही है। अब किसानों को समय पर उचित मूल्य मिल रहा है। जनधन आधार और मोबाइल के जरिए लाखों करोड़ों रुपया अब सीधे लाभार्थियों तक पहुंचा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने किसानों की चिंता की। 14 फसलों का समर्थन मूल्य करीब-करीब चार गुणा बढ़ा दिया गया। कुछ दिन पहले देशभर के गन्ना किसान मुझसे भेंट करने आए। तब मैंने कहा था कि बहुत जल्द अच्छी खबर उनको मिलेगी। आज शाहजहांपुर में मैं वही वादा पूरा करने आया हूं। धान, मक्का, दाल व तेल वाली 14 फसलों के सरकारी मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये की बढ़ोतरी इतिहास में पहले कभी नहीं हुई है। हाल ही में सरकार ने फैसला किया है कि आपको अब गन्ने पर लागत मूल्य के ऊपर लगभग 80 प्रतिशत सीधा लाभ मिलेगा। फसल समर्थन मूल्य में 200 से 1800 रुपए की बढ़ोतरी कभी नहीं हुई। यह काम तो वह भी कर सकते थे जो घडिय़ाली आंसू बहा रहे। वह भी कर सकते थे मगर उनको किसानों की चिंता नहीं थी। किसानों के नाम पर घडिय़ाली आंसू बहाने वाले भी ऐसा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। हमारी सरकार ने तय किया है कि इस बार आप जो गन्ना बेचेंगे, उसका लाभकारी मूल्य 20 रुपये बढ़ाकर 275 रुपये प्रति कुंतल कर दिया जाए। यहां के नौजवानों ने राष्ट्र निर्माण में जो भूमिका निभाई है, वह पूरे देश को प्रेरणा देने वाली है। इसी प्रकार का प्यार और उत्साह देश के कोने-कोने में देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों यूपी, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में किसानों के बीच जाने का अवसर मिला। जहां भी गया, वहां किसानों ने जो आशीर्वाद दिया, उससे मैं अभिभूत हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चीनी के लिए एक न्यूनतम मूल्य तय किया गया, ताकि चीनी मिल वाले नुकसान का बहाना न बनाएं। चीनी निर्यात को भी खोला गया। हमनें किसानों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर कराया। जो पूराना बकाया है वो लगातार कम हो रहा है। देश के करीब 5 करोड़ गन्ना किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं। गन्ना किसानों को उनका बकाया जल्द से जल्द मिले इसके लिए अनेक उपाय किए गए हैं।
आने वाले दिनों में बकाये की भुगतान गति और तेज होने वाली है। पिछली सरकार ने जो व्यवस्था बना रखी थी उसे तोड़ने का हम प्रयास कर रहे हैं। पुरानी सरकार ने जो बकाया छोड़ रखा था उसे हम पूरा काम करने का काम कर रहे हैं। हमारी सरकार ने तय किया है कि इस बार आप जो गन्ना बेचेंगे, उसका लाभकारी मूल्य 20 रुपये बढ़ाकर 275 रुपये प्रति कुंतल कर दिया जाए। इस बार जो गन्ना बोया है उसका प्रति कुंतल लागत है वो 155 है। लेकिन इस बार जो मूल्य तय किया गया है वो पौने दो गुना हो रहा है। गन्ना से बने एथेनॉल को पेट्रोल में मिक्स किया जाएगा और चीनी मिलों को नई मशीनों के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी।
देश के करीब 5 करोड़ गन्ना किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं। गन्ना किसानों को उनका बकाया जल्द से जल्द मिले इसके लिए अनेक उपाय किए गए हैं। चार वर्षों में गन्ना किसानों के साथ मिलों में काम कर रहे लोगों के हितों में कई फैसले किये है, गन्ने से सिर्फ चीनी ही नही, गाड़ियो के लिए ईंधन भी बनाया जाए उसके लिए गन्ने से इथिनॉल भी बनाया जाएगा जिसके लिए मिलों को आर्थिक मदद भी दी गयी। अगर चीनी की रिकवरी प्रति कुंतल कम भी होती है तो भी पहले से अधिक 261 रुपये का भाव मिलेगा। देश के हर किसान के परिवार के श्रम का सम्मान करने के लिए हमारी सरकार तत्पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिस्मिल की भूमि के साथ शहीदों की नगरी व काकोरी क्रांति की अलख जगाने वाले शहीदों को नमन। इस धरती ने जो योगदान दिया, वह इतिहास में दर्ज हो गया है। यहां के युवा प्रेरणास्रोत हैं। आपके अंदर उत्साह है। मैं देख रहा हूं कि पांडाल भरा होने के बाद भी लोग खेतों में खड़े हैं, पेड़ों पर बैठे हैं। यह तो वाकई में बड़ी प्रेरणा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी शाहजहांपुर में प्रधानमंत्री का स्वागत करता हूं। शाहजहांपुर किसानों तथा शहीदों की धरती है। शाहजहांपुर की धरती क्रांतिकारियों की धरती है। किसानों की धरती है। आजादी के बाद से किसान कभी भी राजनीति का एजेंडा नहीं बने थे, लेकिन ये पहली बार इस सरकार में हुआ। पिछले 4 साल के दौरान अनेक योजनाएं देश के हित के लिए लागू हुईं। योजनाएं बिना किसी मजहब, जाति और धर्म को देखते हुए चल रही हैं।किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए कई योजनाएं चालू की गई हैं। 2 करोड़ 33 लाख किसान विभिन्न प्रकार के जिंस की लागत में दाम बढ़ने से लाभांवित हुए हैं।पहली बार प्रदेश के अंदर गेहूं, धान, दलहन, तिलहन का किसानों को उचित दाम देने का काम हुआ है। पहली बार उत्तर प्रदेश के अंदर 1 लाख करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके खातों में भेजने का काम किया। 2 करोड़ 33 लाख किसान इससे लाभान्वित हुए। गन्ना किसानों को गन्ना मुल्यों के भुगतान कराने में हमारी सरकार सक्ष्म हुई है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में 34 हजार किसानों को गन्ना मुल्य का भुगतान हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब 2014 में मोदी जी ने शपथ ली थी, तब एक ही बात की कि सरकार किसान, नौजवान के लिए काम करेगी। अनेक योजनाएं हर नागरिक के लिए लागू की गई, प्रदेश के गन्ना किसानों की आय में बृद्धि हुयी। किसानों के खाते में 1 लाख करोड़ प्रदेश सरकार ने भेजे। 2022 तक हर गरीब को आवास मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसद के अंदर सारे झूठ धराशायी हो गए। राहुल पर हमला कहा पप्पू हैं, थे और रहेंगे। पूरी दुनिया ने कल सुना, उन लोगों ने कहा कि वह पप्पू थे और पप्पू ही रहेंगे।19 में भी बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश को प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सम्मान मिला है, देश का कद बढ़ा है। अकेले सीतापुर जनपद में 71 हजार परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। प्रदेश की सरकार जब बनी थी तब इन जनपदों से 8 लाख किसानों का ऋण माफ करने का काम किया गया था।
इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि आज भी गरीब, मजदूर, महिला, किसान, नौजवान भविष्य और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पर भरोसा करते हैं।चांदी की चम्मच लेकर पैदा होने वाले नामदार कांग्रेस के गले पड़े हैं, विपक्ष के गले पड़ ही गए हैं, लेकिन वो कल मोदी जी के गले पड़ने आए तो मोदी जी ने उन्हें पीठ थपथपाकर आगे भेज दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहजहांपुर के बाद 29 जुलाई को लखनऊ में प्रदेश को बड़े तोहफों की सौगात देंगे। इससे पहले संतकबीर नगर, आजमगढ़, नोएडा मीरजापुर में रैली कर चुके हैं। पीएम मोदी देश तथा प्रदेश में एक बार फिर 2014 जैसी लहर को पैदा करने में जुटे हैं।