देहरादून

कैंट बोर्ड के अध्यक्ष को गुमराह कर रहे कैंट के सीईओ

देहरादून। जन केसरी
छावनी परिषद गढ़ी के अध्यक्ष ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्ता के निर्देश को भी कैंट बोर्ड के सीईओ अभिनव सिंह नहीं मान रहे हैं। उनके निर्देश को भी कैंट बोर्ड ठेंगा दिखा रहा है। दरअसल, अध्यक्ष ने हाल ही में मौखिक बातचीत के दौरान सीईओ को कहा था कि कैंट बोर्ड में संचालित स्वाभिमान केंद्र में कोई छेड़छाड़ नहीं करना है। बल्कि अध्यक्ष ने बुजुर्गों के लिए परिसर में हेल्थ चेकअप की सुविधा बढ़ाने की बात कही थी। इधर, सीईओ ने कैंट अस्पताल को ही स्वाभिमान केंद्र में शिफ्ट कर दिया। जिसके बाद से स्वाभिमान केंद्र में रोजाना आ रहे बुजुर्गों में काफी रोष है। वहीं, अध्यक्ष ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्ता ने कहा कि स्वाभिमान केंद्र में अस्पताल को शिफ्ट नहीं किया जाएगा। यह केंद्र बुजुर्गों के लिए बनाया गया है।
दरअसल, कैंट अस्पताल को पीपीई मोड पर संचालित के लिए दिए जाने के बाद से विरोध चल रहा है। अस्पताल में कार्यरत कैंट अस्पताल के स्टॉफ का कहना हैं कि वे किसी भी सूरत में निजी कंपनी के अंडर में काम नहीं करेंगे। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए कैंट बोर्ड प्रशासन ने तीन दिन पहले जनप्रतिनिधि एवं पूर्व सभासदों के साथ एक बैठक कर अस्पताल को स्वाभिमान केंद्र में शिफ्ट करने का निर्णय लिया। ताकि विरोध को दबाया जा सके। इस निर्णय से कैंट अस्पताल के कर्मचारी खुश हो गए थे। लेकिन अगले ही दिन से इसका भी विरोध शुरू हो गया। ऐसे में ये निर्णय कैंट सीईओ के लिए गले का फांस बन गया है।
कैंट अस्पताल यहां कर सकते हैं शिफ्ट
कैंट बोर्ड प्रशासन चाहे तो विवादित इस अस्पताल को अपने सालों से खाली पड़े भवनों में भी शिफ्ट कर सकता है। हवा घर के निकट पुराना सार्वजनिक शौचालय जिसे अब नवनिर्माण कर बढ़िया भवन बनाकर एक ठेकेदार को फ्री में दिया गया है। इसके अलावा स्नेह सदन निकट टपकेश्वर चौक, प्रेमनगर में भी गुरुद्वारा मंदिर के पास स्थित एक भवन है। जिसपर कुछ दिन पूर्व कैंट ने दिखावे के लिए कैंप कार्यालय भी चलाया। इन जगहों पर भी अस्पताल को शिफ्ट किया जा सकता है।
सीनियर सिटीजन से बातचीत
सीनियर सिटीजन व पूर्व कार्यालय अधीक्षक नारायण सिंह ने कहा कि कैंट बोर्ड प्रशासन ने ये निर्णय ठीक नहीं लिया है। इससे सीनियर सिटीजन को दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में सीईओ अभिनव सिंह से भी मिले। सीईओ ने आश्वासन दिया है कि ये व्यवस्था कुछ दिनों तक के लिए है। फाउंडर मेंबर डीएन नागपाल ने कहा कि अस्पताल को शिफ्ट करने से बुजुर्गों को दिक्कत हो सकती है। क्योंकि मरीजों की भीड़ होगी। मंगलवार को मंदिर में हनुमान चालीसा का आयोजन होता है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होती है। आयोजन के चलते मरीजों को परेशानी ना हो इसका भी ध्यान रखना है।
सीनियर सिटीजन के समर्थन में उतरे विनोद पंवार
कैंट बोर्ड के नामित सदस्य विनोद पंवार भी सीनियर सिटीजन के साथ खड़े हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि स्वाभिमान केंद्र सीनियर सिटीजन के लिए है। यहां अस्पताल को शिफ्ट करने से निश्चित तौर पर उन्हें परेशानी हो रही होगी। पंवार ने कह कि वे बहुत जल्द इस संबंध में सीईओ से वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हुई मीटिंग में मैं मौजूद नहीं था।

स्वाभिमान केंद्र में संचालित कैंट अस्पताल में मरीजों की भीड़
स्वाभिमान केंद्र में संचालित कैंट अस्पताल में मरीजों की भीड़

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