कैंट देहरादून के प्रतिबंधित क्षेत्र केहरी गांव में लगा प्रोपर्टी डीलरों का मेला
कैंट बोर्ड के अधिकारियों की चुप्पी पर उठ रहे हैं सवाल
देहरादून। कैंट देहरादून के प्रतिबंधित क्षेत्र केहरी गांव प्रेमनगर में आजकल प्रोपर्टी डीलरों का मेला लगा हुआ है। यहां धड़ल्ले से अवैध प्लॉटिंग के साथ निर्माण कार्य हो रहे हैं। अभीतक दर्जनों हरे पेड़ काटे जा चुके हैं। इस समय इस क्षेत्र में 18 जगहों पर जोर शोर से अवैध निर्माण चल रहा है। ज्यादातर काम शाम को या छुट्टी के दिन किया जा रहा है। इधर, कैंट बोर्ड के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिनपर कई सवाल उठ रहे हैं।
क्योंकि जब इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करनी थी तो कैंट बोर्ड ने नोटिस क्यों भेजा। नोटिस भेजा तो इसके आगे की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इस समय अवैध निर्माण की छूट किसने दी है। अगर किसी ने इसकी छूट नहीं दी है तो अवैध निर्माण पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही है। यानी कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मिलीभगत से ये गोरखधंधा चल रहा है। वरना निश्चित तौर पर पहले की तरह अब भी कार्रवाई की जाती। सबसे बड़ी और कैंट बोर्ड के अधिकारियों के लिए शर्मनाक ये बात है कि जिनको काम रोकने के लिए नोटिस भेजा उन्होंने अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए पूरा निर्माण कर लिया।
मकान बनवाने के साथ पुताई का चलन
प्रतिबंधित केहरी गांव में अवैध निर्माण कर रहे लोग भी बहुत शातिर किस्म के हैं। वह भी नये नये हथकंड़े अपना रहे हैं। आजकल इस क्षेत्र में मकान बनवाने के साथ ही पुताई का चलन खुब चल रहा है। ताकि दूसरों को ऐसा लगे कि ये मकान पुरानी है। बाहर से पुताई कराने के बाद लोग फिर धीरे-धीरे अंदर फिनिसिंग का काम करा रहे हैं।
अतिमाभ टैक्स टाइल मील प्रकरण में खेल
देहरादून के प्रेमनगर स्थित अमिताभ टैक्स टाइल मील की लगभग सौ बीघा जमीन का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां चाहरदीवारी के अंदर अब जोरशोर से काम चल रहा है। इसमें एक नेता की भूमिका अहम बताई जा रही है। ये जमीन भारतीय सैन्य अकादमी से जुडी है। इसकी वजह से इसका लेंड यूज सालों से नहीं चेंज हो रहा है। आजतक कई बार कैंट बोर्ड की बैठक में अनुमति से संबंधित प्रस्ताव आया। लेकिन कभी पास नहीं हुआ।