3 साल के बच्चे के लिए मां बनी पंचकूला पुलिस
पंचकूला। पंचकूला के पर्यटन स्थल मोरनी के पति-पत्नी का विवाद महिला पुलिस थाने पहुंच गया। दोनों के बीच विवाद के चलते उनका तीन साल का स्पेशल चाइल्ड भी माता-पिता के साथ थाने आया था। महिला पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को एक मौका दिया कि वह बैठकर आपस में विवाद सुलझा लें। दोनों थाने के अंदर बने पार्क बातचीत कर रहे थे और उसके बाद उनमें बहस होने लगी। दोनों में बहस के बाद वह थाने से फरार हो गए और बच्चे थाने में ही छोड़ गए। बच्चा मानसिक तौर पर भी ठीक नहीं है।
पंचकूला के मोरनी के गांव कोलयो से एक पति पत्नी अपने झगड़े को सुलझाने के लिए महिला थाना पहुंचे थे। जब पुलिस अधिकारी रीटा देवी ने कहा कि आप दोनों पति पत्नी बाहर जाकर अकेले में बात कर लो और जब वह दोनों अकेले में बात करने गए, तो वह अपना 3 साल का बच्चा वहीं छोड़कर फरार हो गए। रीटा ने बताया कि हम पूरा दिन दोनों को फोन करते रहे पर दोनों अपना बच्चा लेने थाने नहीं आए।
हैरत की बात यह रही कि उस 3 साल के बच्चे को पूरा दिन महिला थाना के पुलिस कर्मियों ने संभाल कर रखा। उस बच्चे के लिए दूध की बोतल का इंतजाम किया गया। कुछ देर बाद वह बच्चा चॉकलेट की भी डिमांड करने लगा, तो उसके लिए चॉकलेट और कुछ खिलौने भी लाए गए। यहां तक कि की पुलिसकर्मियों की कैप भी डालने की बच्चे ने जिद की और महिला थाना प्रभारी नेहा चौहान ने भी अपनी कैप उतार कर उस बच्चे के सिर पर रखी, जिससे बच्चा भी बहुत खुश हुआ।
जब यह मामला पंचकूला डीसीपी मोहित हांडा और पंचकूला के कमिश्नर सौरभ सिंह के संज्ञान में पहुंचा, तो उस बच्चे के मां-बाप को सख्ती से बुलाया गया, पर उस बच्चे को लेने उसकी मां ने आने से इंकार कर दिया और कई घंटे बाद उसका पिता आया। जननायक जनता पार्टी से अजय गौतम और सुदेश रानी उस बच्चे के पिता को लेकर महिला थाना में पहुंचे और वह बच्चा पुलिसकर्मियों ने देर रात उसके पिता को लौटा दिया।