देना सीखिए, पुण्य की प्राप्ति होगी : सदानन्द सरस्वती
खबरीलाल रिपोर्ट (वृंदावन) :जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के शिष्य प्रतिनिधि व द्वारका शारदा पीठ के मंत्री दंडी स्वामी सदानन्द सरस्वती जी महाराज से मिलने उनके शिष्य एवं भक्त आये थे। दान पुण्य की बात उठी तो स्वामी सदानन्द जी सरस्वती ने कहा हमेशा कुछ दान करते रहना चाहिए, कुछ देते रहना चाहिए। ईश्वर ने आपको यदि क्षमता दी है तो हमेशा देते रहना चाहिए इससे न केवल बढ़ता है बल्कि पुण्य का भागीदार भी बनते है। आगे स्वामीजी ने कहा भले हमको लगता है कि क्या होगा दान करने से या देने से ; बहुत कुछ होगा और यह हमें अभी समझ नहीं आएगा, जब हम परलोक जाएंगे तब हमें समझ आएगा। कोई यदि आपके घर मांगने आता है , घर पर जो कुछ भी हो देना चाहिय, कभी खाली हाथ लौटाना नहीं चाहिए। जो गरीब है उनके घर मे यदि कोई भिक्षा मांगने जाए तो उसे कुछ न कुछ अवश्य देना चाहिए। यदि कुछ भी न हो तो घर के आंगन का मिट्टी ही दे दो। कोई भी आजीवन गरीब नहीं रहता है। समय चक्र सभी का बदलता है। कभी न कभी उसके पास भी धन आएगा। यदि आप देते रहेंगे तो आपकी आदत देने की बनी रहेगी।
आज जो भिक्षा कर रहा है वह निश्चित रूप से दान नहीं किया होगा या कुछ कभी दिया नहीं होगा जिसका फल वो इस जन्म में भोग रहा है। आप जितना देते रहोगे पुनर्जन्म में आप वित्तवान घर मे जन्म लेकर और भी पुण्य का काम कर सकते हैं। हमेशा दिन दुखियों, लोगों की मदद करना चाहिए। यह सब उपरवाले के बही खाते में लिखा जा रहा है नो हमे पता नहीं चलता है। जब व्यक्ति परलोक जाता है तब उसे मालूम चलता है। दूसरा देने से कम कभी नहीं हो जाता है अपितु बढ़ता है। इसलिए हमेशा देते रहना चाहिए।