केदारनाथ-बदरीनाथ बर्फबारी-भूस्खलन के चलते रुकी यात्रा, दो की मौत
मई के महीने में उत्तराखंड के चारधाम बर्फ से ढक गए हैं। केदारनाथ में भारी बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ में भी लगातार तीसरे दिन बर्फ गिरी है। बताया जा रहा है कि केदारनाथ में तीन इंच से अधिक बर्फ गिरी है। बर्फबारी के कारण केदारनाथ गए पूर्व सीएम हरीश रावत भी यहां फंस गए थे। उनके साथ केदारनाथ विधयाक मनोज रावत और राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा भी मौजूद थे। शाम को मौसम साफ होने के बाद हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी और पूर्व सीएम हरीश रावत साथियों के साथ गुप्तकाशी पहुंचे। उधर, पुलिस की टीमें पांच-पांच का ग्रुप बनाकर कर यात्रियों की मदद कर रही है।
रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि लगातार हिमपात होने से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा और स्थानीय विधायक मनोज रावत सहित आधा दर्जन से अधिक कांग्रेसी नेता भी केदारनाथ धाम में फंस गये हैं. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को मौसम के साफ होने तक लिंचौली और भीमबली जैसे यात्रा पड़ावों पर प्रतीक्षा करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ धाम में बर्फ की दो—तीन इंच की परत जमी हुई है. घिल्डियाल ने हालांकि स्पष्ट किया है कि यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गयी है.
भारी बर्फबारी से प्रभावित हुई चारधाम यात्रा, गुप्तकाशी पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत
मौसम सुधरते ही वह दोबारा शुरू हो जाएगी. कांग्रेसी नेताओं के धाम में फंसे होने की बाबत अधिकारी ने कहा कि उन्हें इंतजार करने को कहा गया है. उन्हें हैलीकाप्टर से वापस आना है जिसके लिए अभी मौसम ठीक नहीं है.
केदारनाथ में मौसम खराब होने के कारण तीर्थयात्रियों को परेशानियां होने लगती है। गर्मी वाले क्षेत्रों से आकर सीधे केदारनाथ पहुंचने पर यात्रियों को ठंड का असर झेलना किसी बड़ी चुनौती के समान होता है। माइनस से लेकर 2 और 3 डिग्री तापमान में यात्रियों की दिक्कतें और बढ़ जाती है। केदारनाथ धाम में कब मौसम खराब हो इसका भी कुछ भरोसा नहीं रहता है इसलिए यहां यात्रियों को पूरी तैयारी के साथ आने में ही मदद मिल सकती है।