IPL की तीन फिसड्डी टीमें
नई दिल्ली। आइपीएल जैसे-जैसे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हम चैंपियंस ट्रॉफी के करीब जा रहे हैं। इस आइपीएल की तीन सबसे फिसड्डी टीमों को अगर देखें तो तीनों ही टीमों में एक खिलाड़ी ऐसा नजर आता है जो टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय बन सकता है। एक जून से इंग्लैंड में शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में भारत अपना ताज बचाने उतरेगा।
– विराट कोहली (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
आइपीएल की अंक तालिका में यह टीम इस समय अंतिम पायदान पर है। भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए पिछला सीजन जितना शानदार रहा था, मौजूदा सीजन उतना ही दुखदायी साबित हुआ। विराट ने पिछले सीजन के 16 मैचों में चार शतकों के साथ सर्वाधिक 973 रन बनाए थे जबकि इस सीजन में वो अब तक 9 मैचों में 250 रन ही कर पाए। अब तक उन्होंने तीन अर्धशतक जड़े हैं जिसमें दो बार उनकी टीम को हार मिली है। इसके अलावा उनकी कंधे की चोट अब भी चिंता का विषय है।
– रवींद्र जडेजा (गुजरात लायंस)
आइपीएल की अंक तालिका में गुजरात की टीम सातवें पायदान पर है और प्लेऑफ की दौड़ से बाहर है। इस टीम में जो चेहरा टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है, वो हैं पिछली चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा। रवींद्र जडेजा ने मौजूदा सीजन में गुजरात लायंस की तरफ से कुल 11 मैच खेले हैं। इस दौरान कुल 210 गेंदें की हैं और 9.42 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 330 रन लुटाए हैं। यही नहीं, जडेजा को अब तक टूर्नामेंट में सिर्फ 5 विकेट ही हासिल हुए हैं। बैंगलोर के खिलाफ पहले मैच में तो उन्होंने 4 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 57 रन लुटा दिए थे जो आइपीएल इतिहास में उनका सबसे खराब प्रदर्शन साबित हुआ था। इसके अलावा कई मौकों पर उनकी बल्लेबाजी की भी बहुत जरूरत पड़ती है लेकिन इस सीजन में उन्होंने 11 मैचों में कुल 138 रन बनाए हैं जिसमें एक भी अर्धशतक तक शामिल नहीं है।
– मोहम्मद शमी (दिल्ली डेयरडेविल्स)
दिल्ली डेयरडेविल्स आइपीएल अंक तालिका की छठे नंबर की टीम है जो प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। इस टीम का एक चेहरा जो चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयार टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है वो हैं मोहम्मद शमी। यह भारतीय पेसर अभी तक पूरी तरह फिट नहीं है और यही वजह रही कि इस संस्करण में उन्हें अब तक सिर्फ 6 मैचों में खिलाया गया। इन 6 मैचों में शमी ने 175 रन लुटाते हुए 9.72 की इकॉनमी रेट से कुल 3 विकेट लिए। हैदराबाद के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 2 विकेट लिए जबकि गुजरात के खिलाफ कानपुर में उन्होंने एक विकेट लिया। बाकी सभी मैचों में वो खाली हाथ ही रहे।