दादा हवलदार, बेटा कर्नल और पोता बना लेफ्टिनेंट
देहरादून। जन केसरी
देहरादून के बदरीपुर निवासी उमंग गुसाई भी शनिवार को आईएमए से पास आउट होकर सेना में शामिल हो गये हैं। उमंग ने सेना में शामिल होकर तीसरी पीढ़ी की परंपरा को आगे बढ़ाया है। उमंग गुसाईं अपने पिता के बाद तीसरी पीढ़ी की सैनिक परंपरा को आगे बढ़ाने वाले होनहार ऑफिसर हैं। उमंग के पिता, दादा और नाना तीनों ने ही भारतीय सेना की सेवा को चुना। परिवार को उम्मीद है की उमंग तीसरी पीढ़ी के साथ अपनी चौथी पीढ़ी को भी राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित करते हुए आगे बढ़ाएंगे।
आईएमए से पास आउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट ऑफिसर बने उमंग गुसाईं के दादा हवलदार ज्ञान सिंह गुसाईं गोरखा राइफल 1/8 में सेवाएं दे चुके हैं। उनके नाना नायक धन सिंह पेटवाल 60 इंजीनियर रेजीमेंट बंगाल इंजीनियर से रिटायर हो चुके हैं। वहीं, उमंग के पिता लेफ्टिनेंट कर्नल रंजीत सिंह मौजूदा समय में बंगाल इंजीनियर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पिता रंजीत सिंह के मुताबिक बेटा ऑफिसर की भूमिका में उनकी तीसरी पीढ़ी के रूप में सेना में लेफ्टिनेंट बनकर अब थल सेना की 11 इन्फेंट्री में पोस्टिंग जा रहा है। मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल से ताल्लुक रखने वाले लेफ्टिनेंट उमंग गुसाईं की मां पुष्प लता और बहन प्रीति ने कहा कि वे काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।