महिलाओं को निर्णयकर्ता बनाने में अहम है शिक्षा: मेघा जैन
रुड़की। फॉनिक्स ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस में महिलाओं के सशक्तिकरण पर मंगलवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां छात्रों, शिक्षकों और समुदाय के उद्यमशील महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने के महत्व पर चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत महासचिव मेघा जैन के द्वारा की गई। उन्होंने शिक्षा को सशक्तिकरण की नींव बताया। मेघा जैन ने कहा कि शिक्षा सबसे बड़ा समानता का माध्यम है। यह दरवाजे खोलती है, बाधाएं तोड़ती हैं और महिलाओं को समाज में निर्णयकर्ता बनाने में सक्षम बनाती है। कहा कि हर लड़की को शिक्षा और समान अवसर प्रदान करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। मैनेजिंग डायरेक्टर चेरब जैन ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर चर्चा की। कौशल विकास कार्यक्रम कैसे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आत्मनिर्भरता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं इसपर अपनी राय दी। कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना केवल नीतियों या कानून प्रवर्तन की जिम्मेदारी नहीं है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है। यह हमारे घरों से शुरू होता है। कार्यक्रम में पैनल चर्चा, काव्य पाठ और नृत्य प्रदर्शन, इंटरैक्टिव कार्यशाला आदि शामिल रहा। कहा कि यह कार्यक्रम फॉनिक्स की लैंगिक समानता और सामाजिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।