क्राइम

रेव पार्टी के लिए ले जा रहे थे कोबरा सांप के जहर से बनाए कंसाइनमेंट, तीन गिरफ्तार

पटना, एजेंसी (जन केसरी)
बिहार के किशनगंज में रेव पार्टियों में इस्‍तेमाल होने वाले ड्रग के निर्माण के लिए ले जाया जा रहा एक ऐसा कंसाइनमेंट बरामद हुआ है, जिसके बारे में जानकार आप हैरत में पड़ जाएंगे। यह कंसाइनमेंट कोबरा सांप का जहर है। किशनगंज के धानतोला रोड पर मंगलवार को चेकिंग अभियान के दौरान 1.870 किलो कोबरा के जहर के साथ तीन तस्‍करों को गिरफ्तार किया गया।
किशनगंज के धनतोला रोड पर शक के आधार पर बाइक सवार तीन युवकों को 146वीं बटालियन बीएसएफ ने रोकर जांच की। इस दौरान उनके पास 1.870 किलो सांप का जहर मिला। अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 14 करोड़ रुपये से भी अधिक आंकी गई है। खास बात यह भी है कि इस जहर को प्राप्‍त करने के लिए कोबरा को मारना गैरकानूनी है। वन्यजीव अधिनियम के तहत कोबरा लुप्त हो रही प्रजाति है। बरामद जहर फ्रांस निर्मित जार में तस्करी कर ले जाया जा रहा था। पकड़े गए तस्करों में पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी दिनाजपुर जिला स्थित भुरकी गांव के निवासी नजरूल इस्लाम (55), पूर्णिया जिले के गोतफर जियागाछी निवासी जैनुल अबेदीन (33) व पूर्णिया के ही अमारी कुकरौन निवासी मु. कमरूल होदा (46) शामिल हैं। इस ड्रग के सेवन से देर तक उछलने-कूदने और नाचने की ऊर्जा मिलती है। इस कारण इसका उपयोग खासकर रेव पार्टियों में युवा करते हैं। ज्यादातर नेपाल व बांग्लादेश के रास्ते इसकी तस्करी की जाती है।
न्यू इयर सेलिब्रेशन में बढ़ती है तस्करी
न्‍यू इयर सेलिब्रेशन के लिए ऐसे ड्रग्‍स की तस्‍करी बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते ही बॉर्डर पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पार्टियों में इस ड्रग की कीमत जहां प्रति खुराक दो हजार से पांच हजार रुपये तक है, वहीं के-72 और के-76 की एक चुटकी की कीमत 20 हजार से 25 हजार के बीच होती है। हाई सोसायटी के युवा इसका इस्‍तेमाल अधिक करते हैं। यह फोटो सिर्फ सांकेतिक के तौर पर दी गई है।

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