मुख्यमंत्री पहुंचे जोशीमठ, किया भूधंसाव का निरीक्षण, सीएम को सामने देख रो पड़े प्रभावित

चमोली: Joshimath Sinking: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को जोशीमठ पहुंचे और आपदा प्रभावितों के घर-घर जाकर उनकी व्यथा सुनी। सबसे पहले मुख्यमंत्री हेलीपैड से सीधे मनोहर बाग पहुंचे, जहां 80 मकानों में दरार आई हैं। संकट की इस घड़ी में मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर प्रभावितों की पीड़ा उनकी आंखों से छलक पड़ी।
यह देख मुख्यमंत्री भी भावुक हो उठे और ढांढस बंधाते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि संकटग्रस्त परिवारों की हर स्तर पर संभव मदद की जाएगी। जोशीमठ के वजूद को बचाने के लिए सरकार कोई भी कसर बाकी नहीं रखेगी। बाद में मुख्यमंत्री नृसिंह मंदिर भी गए और भगवान नृसिंह से जोशीमठ की रक्षा एवं स्थानीय निवासियों की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इस दौरान सीएम से बात करते-करते प्रभावितों की आंखें भर आईंं। मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ का हवाई निरीक्षण भी किया। मनोहर बाग से मुख्यमंत्री कोतवाली के पास उस जगह पहुंचे, जहां दो होटल समेत कई भवनों पर दरार आने के बाद पूरे क्षेत्र को खाली करा दिया गया है।
उन्होंने सुनील गांव के अलावा गुरुद्वारा व नगर पालिका स्थित राहत कैंप में भी प्रभावितों से बातचीत कर उनका दुख-दर्द बांटा। इस दौरान उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह प्रभावितों के साथ खड़ी है। कहा कि जोशीमठ का अपना धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है।
यह हम सबकी आस्था का केंद्र है। ज्योतिर्मठ को प्राकृतिक आपदा से बचाना हम सबके सामने बड़ी चुनौती है और हम इसका पूरे मनोयोग से मुकाबला करेंगे। खतरे की जद में आए इस पौराणिक शहर की सुरक्षा के लिए जो भी सर्वश्रेष्ठ उपाय संभव होंगे, किए जाएंगे। शहर की सुरक्षा के लिए सीवर एवं ड्रेनेज संबंधी सभी कार्य जल्द से जल्द कराए जाएंगे।