30 अप्रैल को होंगे कैंट बोर्ड के चुनाव, इनको लगा करारा झटका

देहरादून। जन केसरी
छावनी परिषदों के चुनाव 30 अप्रैल को होंगे। रक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उत्तराखंड की नौ छावनी परिषद सहित देशभर की 56 छावनी परिषदों में चुनाव होंगे। अभीतक इन छावनियों की कमान वैरी बोर्ड के हाथ है। रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में इन्हें छह माह या चुनाव होने तक का एक्टेंशन दिया था। बतें दें, वैरी बोर्ड में बोर्ड अध्यक्ष, सीईओ और एक नामित सदस्य होता है।
दरअसल, कैंट बोर्डों का कार्यकाल फरवरी 2020 में पूरा हो गया था। लेकिन चुनाव न होने के कारण निर्वाचित बोर्ड का कार्यकाल दो बार, छह-छह माह के लिए बढ़ाया गया। वहीं, बीते साल फरवरी में वैरी बोर्ड अस्तित्व में आया। बीती दस फरवरी को वैरी बोर्ड को एक साल पूरा हो चुका है। इस बीच रक्षा मंत्रालय ने वैरी बोर्ड को तीसरी बार एक्सटेंशन दिया था। अब चुनाव की घोषणा के बाद कैंट बोर्ड देहरादून को तय समय पर चुनाव कराने की चुनौती होगी। क्योंकि अभी वोटर लिस्ट बनेंगे व सत्यापन किया जाएगा। इसके अलावा केहरी गांव में कुछ नए क्षेत्र छावनी में शामिल हुए हैं उनके भी वोटर कार्ड बनाने होंगे। इधर,रक्षा मंत्रालय द्वारा चुनाव कराने से संबंधित नोटिफेशन जारी किया गया है। जो कि तेजी से वायरल हो रहा है।
उपाध्यक्ष की तैयारी करने वालों को झटका
कैंट बोर्ड के चुनाव में कई लोग उपाध्यक्ष की लंबे समय से तैयारी कर रहे थे। इनको उम्मीद थी कि इस बार उपाध्यक्ष पद का चुनाव होगा। हालांकि ऐसा नहीं हो सका। जीतने वाले सभासद ही अपने में से किसी एक को उपाध्यक्ष पद के लिए चुनेंगे। इधर, इसकी तैयारी कर रहे नेताओं को तगड़ा झटका लगा है। इनमें से कुछ नेता सभासद पद पर चुनाव लड़ने की अब तैयारी करने के विचार बना रहे हैं।