कैंट बोर्ड का कारनामा: पहले काम करवाया और अब निकाला टेंडर
देहरादून। जन केसरी
कैंट बोर्ड गढ़ी के कुछ स्टॉफ अपने ही कारनामों की वजह से फंस गए हैं। दरअसल, कैंट बोर्ड द्वारा निर्माणाधीन कोविड अस्पताल का काम लगभग पूरा हो गया है। दस दिन के भीतर इसका उद्घाटन होना है। इस बीच कैंट बोर्ड द्वारा एक निजी कंपनी के ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से 50 लाख का टेंडर निकाल दिया गया। ये टेंडर दो दिन पहले निकाला गया जबकि जिस संबंध में टेंडर निकाला गया है वे काम 20 दिन पहले किया जा चुका है।
छावनी परिषद गढ़ी द्वारा 150 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल का निर्माण करवाया जा रहा है। निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। दो दिन पूर्व मंगलवार को कैंट बोर्ड द्वारा 50 लाख का टेंडर निकाला गया। इस टेंडर के माध्यम से कैंट बोर्ड अस्थाई कोविड अस्पताल का निर्माण कार्य करवाने से संबंधित टेंडर निकाला है। टेंडर में अस्थाई कोविड अस्पताल का जिक्र किया गया है। जबकि हक्कीत ये है कि इस अस्पताल का निर्माण कार्य 20 दिन पहले ही किया जा चुका है। स्थानीय लोगों ने इस प्रकरण की जांच की मांग की है। कैंट बोर्ड की सीईओ तनु जैन ने कहा कि अस्थाई कोविड अस्पताल के निर्माण में जनप्रतिनिधियों तथा जनता द्वारा किये गए आर्थिक सहयोग के पैसे लगे हैं। शुभारंभ के दिन इसका विवरण दिया जाएगा। जो अस्पताल बन रहा है इसके लिए ये टेंडर नहीं निकाला गया है। भविष्य में और भी यूनिट खोलने की योजना है। इसलिए टेंडर निकाला गया है।