सेना प्रमुख ने उत्तराखंड को सौंपा वार मेमोरियल हॉस्टल
देहरादून। (जन केसरी)
गढ़वाल राइफल्स के सैनिकों, पूर्व सैनिकों व शहीदों के बच्चों को अब राजधानी देहरादून में हॉस्टल की सुविधा मिलेगी। सहस्त्रधारा रोड स्थित डांडा लखौंड में 4.18 एकड भूमि पर गढ़वाल राइफल्स वॉर मेमोरियल ब्वायज एंड गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया गया है। जिसका शुभारंभ रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत तथा उप सेना प्रमुख ले जनरल शरत चंद ने किया।
सितंबर 2011 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यहां पर हॉस्टल का शिलान्यास किया था। लेकिन आर्थिक संसाधन जुटाने में ही लंबा वक्त गुजर गया। आखिरकार छात्रावास का निर्माण अब पूरा हो गया है। इस काम में राज्य सरकार के स्तर से न केवल निशुल्क भूमि उपलब्ध कराई गई बल्कि ढाई करोड रुपये की आर्थिक मदद भी सरकार ने दी। हॉस्टल में 125 छात्र व 125 छात्राओं के रहने की व्यवस्था होगी।
इस मौके पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि सेना चीन और पाकिस्तान के मोर्चे पर एक साथ लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सेना के हथियारों पर संसदीय कमेटी की रिपोर्ट को लेकर जनरल रावत ने कहा कि रिपोर्ट में कोई नई बात नहीं है। यह समय-समय पर आती है। अभी हमारे सैनिकों के पास जो हथियार हैं सैनिक उनसे लड़ने के लिए मुस्तैद हैं। कुछ हथियार पुराने हो चुके हैं, लेकिन एकदम से इन्हें बदला नहीं जा सकता। सेना प्रमुख ने कहा कि हिमाचल, अरुणाचल, नागालैंड, मणिपुर आदि राज्यों में भी इसी तरह छात्रावास खोले जाएंगे। सेना में महिलाओं की भागेदारी बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है। संसदीय कमेटी के केंद्र और राज्य सरकार की नौकरियों के लिए पांच साल तक सेना की नौकरी अनिवार्यता के सुझाव पर कहा कि यदि कोई सेना आना चाहता है तो उसके लिए द्वार खुले हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को टेक ओवर करने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें सेना के हिसाब से कुछ बदलाव होने हैं। इसके लिए सरकार और सेना के बीच बात चल रही है। पूर्व सीएम एवं सांसद भुवन चन्द्र खंडूड़ी ने कहा कि देहरादून में सेना का छात्रावास बनना सराहनीय काम है। छात्र-छात्राएं इस छात्रावास में रहकर अच्छी शिक्षा ग्रहण करेंगे और सेना ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़कर नाम कमाएंगे। विधायक मसूरी गणेश जोशी ने सेना प्रमुख के समक्ष पूर्व सैनिकों की कई समस्याएं रखी। इसके साथ ही छात्रावास के सफल संचालन के लिए अपनी विधायक निधि 50 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैनिक और उनके आश्रितों की हर संभव मदद कर कर रही है।