उत्तराखंड में खाता नहीं खोल पाई आम आदमी पार्टी
देहरादून।
पहली बार में ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करते हुए, सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी को उत्तराखंड में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है। अपनी लुभावनी घोषणाओं से अन्य दलों पर दबाव बनाने के बावजूद पार्टी के प्रत्याशी चुनावी मैदान में बेहद कमजोर साबित हुए। पार्टी महज 3.31 प्रतिशत मत ही जुटा पाई है।
आम आदमी पार्टी ने करीब डेढ़ साल पहले उत्तराखंड में विधिवत विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। बिना जमीनी संगठन के पार्टी ने व्यापक पैमाने पर चुनाव अभियान शरू किया। अप्रैल में पार्टी ने कर्नल अजय कोठियाल को सीएम चेहरा घोषित करने के साथ ही सबसे पहले सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी भी उतारे। लेकिन ज्यादातर प्रत्याशी गैर राजनैतिक पृष्ठभूमि के होने के कारण चुनाव में बुरी तरह नाकाम रहे। पार्टी करीब आठ सीटों पर बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही थी, लेकिन किसी भी सीट पर आप दूसरे स्थान पर नहीं आ पाई। पार्टी के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन बागेश्वर से उपाध्यक्ष बसंत कुमार, बाजपुर में सुनीता टम्टा ने किया उक्त दोनों प्रत्याशी ही अपनी जमानत भी बचा पाए हैं।
बसंत कुमार 21 प्रतिशत, टम्टा 18 प्रतिशत मत मिले हैं। जबकि काशीपुर से कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष दीपक बाली 16 प्रतिशत, गंगोत्री में कर्नल अजय कोठियाल भी दस प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे हैं। हालांकि दोनों जमानत बचाने के लिए कुल पड़े मतों का छठवां हिस्सा नहीं जुटा पाए। सबसे बुरी हार पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर की रही, जो खटीमा में चार अंकों में भी नहीं पहुंच पाए।
आप के प्रमुख नेताओं का प्रदर्शन
प्रत्याशी मत स्थान
दीपक बाली अध्यक्ष (काशीपुर) 16674 तीसरा
बसंत कुमार (बागेश्वर) – 16,109 तीसरा
अजय कोठियाल (गंगोत्री) – 6161 तीसरा
भूपेश उपाध्याय (कपकोट) – 3529 तीसरा
दिग्मोहन नेगी (चौबट्टाखाल)- 1908 तीसरा
रविंद्र आनंद (देहरादून कैंट) – 3265 तीसरा
गुड्डू लाल (थराली) – तीसरा
एसएस कलेर (खटीमा) 764 चौथा