फर्जी रिपोर्ट देने वाले रुड़की के एक कॉमर्शिलय लैब को किया सस्पेंड
रुड़की। रुड़की के एक कॉमर्शिलय लैब को ड्रग विभाग की टीम ने सस्पेंड कर दिया है। शिकायत के आधार पर पहुंची टीम ने लैब का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ये पाया गया कि लैब द्वारा दवा कंपनियों को फर्जी जांच रिपोर्ट दी जा रही थी। टीम ने लैब का लाइसेंस निरस्त करने से संबंधित रिपोर्ट विभाग को प्रेषित की जा रही है।
शुक्रवार को राज्य ड्रग विभाग और केंद्र की टीम ने शिकायत के आधार पर रुड़की के एक कॉमर्शियल लैब का औचक निरीक्षण किया। ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि औचक निरीक्षण के दौरान ये पाया गया कि लैब द्वारा फर्जी जांच रिपोर्ट दवा कंपनियों को दी जा रही थी। उन्होंने बताया कि दवा कंपनियां अक्सर कॉमर्शियल लैब से अपनी दवाईयों के सैंपल की जांच कराती है। कुछ जांचें ऐसी होती है जो इन लैब संचालकों के यहां नहीं होती है। ऐसे में लैब संचालक बाहर से इसकी जांच कराकर मंगाते हैं। इसके बाद संबंधित कंपनी को इसकी रिपोर्ट दी जाती है। उन्होंने बताया कि लैब संचालक द्वारा फर्जी तरीके से कंपनियों को रिपोर्ट दी जा रही थी। जो कि नियमानुसार गलत है। इसी क्रम में इस लैब पर कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि लैब संचालक से कुछ बिंदुओं पर जवाब मांगे गए हैं। अगर जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो लाइसेंस रद्द किया जाएगा। इसके अलावा शहर के अन्य सात दवा कंपनी तथा लैब संचालकों का भी टीम ने निरीक्षण किया।
एक सप्ताह पहले टीम ने किया था अलर्ट
ड्रग विभाग की टीम ने एक सप्ताह पहले लैब संचालकों को अलर्ट किया था। साथ ही टीम ने इन संचालकों पर शिकंजा कसते हुए कहा था कि अगर किसी कंपनी की सैंपल रिपोर्ट फेल आता है तो इसकी सूचना विभाग को देने के साथ ही इसका रिकॉर्ड रखना है। इसके बावजूद लैब संचालक सतर्क नहीं हो पाए।
एक सप्ताह में तीन पर हुई कार्रवाई
ड्रग विभाग की टीम नकली दवा बनाने वाली कंपनियों तथा नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। टीम ने इस सप्ताह में अभीतक दो दवा कंपनियों तथा एक लैब संचालक के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। जिसमें लक्सर तथा रुड़की की कंपनियां शामिल है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि ये अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने दवा कंपनियों ने नियमों के तहत दवा प्रोडक्शन की अपील की है। ताकि किसी के सेहत से खिलवाड़ नहीं किया जा सके।