देहरादून
क्लेमेनटाउन कैंट बोर्ड की बैठक हंगामे की चढ़ी भेंट
क्लेमेनटाउन कैंट बोर्ड की बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। बोर्ड में इस बार 77 मानचित्र स्वीकृति के लिए रखे गए थे। लेकिन बजट व अन्य मसलों पर हो हल्ले के बीच यह बिंदु अनछुआ ही रह गया। अगली बोर्ड बैठक में अब मानचित्र सहित अन्य विकास कार्यों पर चर्चा होने की उम्मीद है। मंगलवार को कैंट बोर्ड की बैठक बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर सुभाष पनवर के नेतृत्व में शुरू हुई। नया बजट स्वीकृत करने से पहले बोर्ड अध्यक्ष ने पिछले खर्च का ब्योरा तलब किया। उन्होंने इसकी जानकारी चाही तो कर्मचारी इधर उधर झांकने लगे। जिस पर उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाएं ऐसी नहीं चलेंगी। खर्च को लेकर पारदर्शिता बरती जानी चाहिए और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
कैंट विद्यालय के छात्रों को ड्रेस न मिलने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। वहीं कैंट बोर्ड के सीईओ मोहम्मद समीर इस्लाम ने एक अवैध निर्माण मामले में बोर्ड से इजाजत चाही। जिस पर बोर्ड अध्यक्ष नाराज हुए। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई को भी क्या अब इजाजत की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि अवैध निर्माण बिना देरी सील किए जाएं। इस अवसर पर कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष सुनील कुमार, सभासद भूपेंद्र कंडारी, टेक बहादुर आदि मौजूद रहे।
देहरादून क्लेमेनटाउन कैंट बोर्ड
अवैध डेयरियों पर कार्रवाई में आनाकानी क्लेमेनटाउन कैंट क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित डेयरियों पर कार्रवाई न होने पर भी बोर्ड अध्यक्ष ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। बैठक में यह मुद्दा उठा कि हेल्थ कमेटी इस मामले में तीन माह पहले अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। यह प्रस्ताव बोर्ड द्वारा पारित भी किया जा चुका है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर आनाकानी की जा रही है। जबकि यह मुद्दा न केवल स्वच्छता से जुड़ा है बल्कि कैंट को प्रति पशु सालाना शुल्क भी नहीं मिल रहा। बोर्ड अध्यक्ष ने इस मामले में बरती जा रही ढिलाई पर जबाव मांगा।