महापौर सुनील उनियाल ने किया आरोपों का खंडन
देहरादून: मेरे पास जो भी संपत्ति है, वह सार्वजनिक है। न ही मेरे नाम कोई अवैध संपत्ति है और न ही मैंने कोई गलत कार्य किया। मेरी पत्नी और बच्चे भी कमाते हैं। ऐसे में मेरी पारिवारिक संपत्ति में इजाफा होना गलत नहीं है। बुधवार को नगर निगम कांफ्रेंस हाल में महापौर सुनील उनियाल गामा ने पत्रकारों से वार्ता में कुछ व्यक्तियों की ओर से लगाए जा रहे अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने के आरोपों का खंडन किया।
महापौर गामा ने कहा कि वे 18 वर्ष की आयु से मेहनत कर कमा रहे हैं। उन्होंने पहले पान का खोखा लगाया और फिर चाऊमीन की ठेली लगाकर रोजगार चलाया। इसके बाद उन्होंने ठेकेदारी की और प्रापर्टी डीलर के तौर पर भी कार्य किया।
उन्होंने कहा कि पूर्व में उन्होंने शहर में कुछ संपत्ति खरीदी थी, जिसे बेचकर नई संपत्ति खरीदी। इसके अलावा उनके आवासीय परिसर की कीमत में भी पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि हुई है। चुनाव के दौरान घोषित की गई संपत्ति का मूल्य वर्तमान में कई गुना बढ़ा है, लेकिन यह शहर में सभी संपत्तियों के साथ हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी नौकरी करती हैं, बेटी भी लंदन में नौकरी कर रही है। जबकि, पुत्र एमटेक की पढ़ाई पूरी कर अपना व्यवसाय कर रहा है।
महापौर ने दावा किया कि उनके पास अवैध रूप से अर्जित कोई संपत्ति नहीं है और न ही उन्होंने महापौर बनने के बाद कोई अवैध कार्य किया। इस दौरान राजपुर रोड विधायक खजानदास और भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के साथ ही कई भाजपा नेता भी उपस्थित थे।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार न होने पर बौखलाए विरोधी
महापौर गामा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में कोई भ्रष्टाचार न होने से विरोधी खेमा बौखला गया है। उनके पास आमजन से जुड़े मुद्दे नहीं रह गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ही उन्हें प्रेस कांफ्रेंस कर विरोधियों को जवाब देने का सुझाव दिया। महापौर ने दावा किया कि दून में नगर निगम की भूमि व संपत्ति पर किसी प्रकार का कब्जा या कोई गलत कार्य नहीं होने दिया जाएगा।
श्रीमहंत से वर्ष 2012 में मांगी थी लीज पर भूमि
महापौर ने लीज पर भूमि लेने के सवाल पर कहा कि उन्होंने श्रीमहंत देवेंद्र दास से अपने व्यवसाय के लिए वर्ष 2012 में लीज पर भूमि मांगी थी। जो उन्हें अनुबंध पर दी गई है। शहर में बड़े पैमाने पर श्रीमहंत ने कई व्यक्तियों को लीज पर भूमि आवंटित की है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके नाम पर कोई पेट्रोल पंप नहीं है। सभी आरोप बेबुनियाद हैं।