Say No To Plastic Tiranga: Koo App पर Our MITTI Foundation की बड़ी मुहिम
नई दिल्ली। एक तरफ देश की सीमा पर देश के जवान तिरंगे की शान को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर दुश्मनों से लोहा लेते ही रहते हैं ताकि देशवासी सुरक्षित रह सकें, लेकिन देश के अंदर ही जाने-अनजाने लोग कई बार तिरंगे का अपमान कर देते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में तिरंगे को अपमान से बचाने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए भारत के पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफार्म Koo App के साथ Our MITTI Foundation ने एक मुहिम की शुरुआत की है| अक्सर लोग 15 अगस्त, 26 जनवरी और 2 अक्टूबर को तिरंगे का अपमान जाने-अनजाने में कर देते हैं। प्लास्टिक के छोटे-छोटे तिरंगे अभिभावक बच्चों के हाथों में दे तो देते हैं, लेकिन जब वो बच्चे इन्हें फेंक देते हैं तो रास्ते में पड़े इन तिरंगों पर भी किसी का ध्यान नहीं जाता है। तिरंगों के सम्मान को बचाने और पर्यावरण को स्वच्छ और साफ बनाने के लिए Our MITTI Foundation ने Koo App पर एक मुहिम शुरू किया है जिसका नाम है; Say No To Plastic Tiranga. इस अभियान में Our MITTI Foundation, Koo App की मदद से नागरिकों से जुड़ कर अपील कर रहा है कि वो इस साल प्लास्टिक के तिरंगे का प्रयोग ना करें। Koo App पर मिट्टी फाउंडेशन की मुहिम Our MITTI Foundation ने Koo App पर इस मुहिम को लोगों तक पहुंचाने के लिए #SayNoToPlasticTiranga हैशटैग के साथ देश के नागरिकों को उनका कर्तव्य समझाने की कोशिश कर रहा है कि किस तरह प्लास्टिक हमारी प्रकृति के सौंदर्य पर एक बड़ा दाग लगा रह है और समय आ गया है की हम इस बारें में सोचें और मिलकर अपनी प्रकृति की रक्षा करें | गृह मंत्रालय ने भी दिए निर्देश गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र में कहा कि प्लानस्टिक से बने तिरंगों को ठीक से डिस्पोहज करना एक समस्याय है। राष्ट्री य ध्वज को लेकर केंद्र सरकार ने कहा है कि प्लायस्टिक के झंडे प्रयोग ना किए जाएं। राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों पर कागज के बने तिरंगे की जगह कई बार प्लास्टिक से बने तिरंगे का प्रयोग किया जाता है। गृह मंत्रालय की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऐसे आयोजनों पर केवल कागज के बने तिरंगे का उपयोग होना चाहिए। प्लास्टिक के अलावा क्या है विकल्प? MITTI Foundation ने Koo App पर प्लास्टिक झंडे के विकल्प के बारें में भी बताया गया कि प्लास्टिक की जगह आप कपड़े या कागज के झंडे इस्तेमाल कर सकते हैं जो हमारी प्रकृति के लिए भी सुरक्षित हैं।