बिहार

12 मिलियन (60 करोड़ रु.) की आर्थिक मदद देने का प्रस्ताव दिया  

चण्डीगढ़ ।  ला ट्रोब युनिवर्सीटी, ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया की मल्टी-कैम्पस युनिवर्सीटी ने कोविड-19 के संकट में अपने विद्यार्थियों को 12 मिलियन एयूडी (60 करोड़ रु.) की मदद दी है। यह ला ट्रोब के सामान्य स्कॉलरशिप और सहयोग के अतिरिक्त मदद है। विद्यार्थियों को 2020 में ला ट्रोब में पढ़ाई शुरू करने का अधिक से अधिक अवसर देने के लिए ला ट्रोब ने अधिक सुविधाजनक ऑनलाइन अध्ययन के विकल्प भी दिए हैं और इन्हें शुरू करने की अन्य तिथियां भी निर्धारित की हैं।

कोविड-19 का शिक्षा आपूर्ति पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, और इसके दुष्परिणामों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। ला ट्रोब युनिवर्सीटी के वाइस-चांसलर और प्रेसिडेंट प्रोफेसर जॉन डेवर ए ओ के अनुसार युनिवर्सीटी की मुख्य प्राथमिकता अपने शिक्षकों, कर्मचारियों और भागीदारों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
ला ट्रोब ऑस्ट्रेलियाई के उन विश्वविद्यालयों में से एक है जिन्होंने सबसे पहले शैक्षिक कार्यक्रमों को अल्प ‘विराम’ दिया ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया का निर्णय लिया जाए। पहला कदम कोर्स और विद्यार्थियों की अन्य सेवाओं को ऑनलाइन करना था ताकि विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाई जारी रखें। उन्हें शैक्षिक सहयोग मिलता रहे और साथी विद्यार्थियों से संपर्क बना रहे।
विश्व संकट में एलटीयू की पहल
Ø विद्यार्थियों के नामांकन में वृद्धि
Ø नए सकॉलरशिप जो प्रोग्राम के कुल शिक्षा शुल्क का 30 प्रतिशत तक हो सकता है
Ø विद्यार्थियों को आर्थिक मदद
ला ट्रोब ने सेमेस्टर के साथ-साथ टर्म्स शुरू किए हैं। प्रत्येक टर्म छह सप्ताह का होगा। इससे 2020 की दूसरी छमाही में विद्यार्थियों को कोर्स आरंभ करने की तीन संभावित तिथियां मिलेंगी। इसका अर्थ यह है कि विद्यार्थी छह सप्ताह के टर्म में दो विषयों का अध्ययन शुरू कर सकते हैं। इस तरह बाद में शुरू करने के इच्छुक या प्रत्येक शिक्षण अवधि में कम विषय चुनने के इच्छुक विद्यार्थियों को उनके हिसाब से अधिक सुविधा होगी। यह युनिवर्सीटी की पढ़ाई में आसानी से प्रवेश का सबसे अच्छा अवसर है और विद्यार्थी समय पर अपनी डिग्री पूरी करने की दिशा में आगे बढ़ेंगेे। इस साल बिजनेस, इंजीनियरिंग और गणित विज्ञान, सार्वजनिक स्वास्थ्य और बायोटेक्नोलॉजी के कोर्स टर्म के आधार पर ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। युनिवर्सीटी के लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। इसलिए हमारे कोर्स और अधिकांश विषयों की पढ़ाई ऑनलाइन होगी जब तक कि आमने-सामने बैठ कर अध्ययन-अध्यापन दुबारा शुरू करने की युनिवर्सीटी को अनुमति नहीं मिलती है। वे विषय जो पूरा ऑनलाइन उपलब्ध हैं संबंधित टर्म के अंत तक ऑनलाइन ही पढ़ाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त हम ने विद्यार्थियों के ऑनलाइन विषयों में प्रवेश में मदद देने के लिए एक सुविधाजनक शुल्क वापसी नीति बनाई है। इसके तहत सेंसस की तिथि से पहले पूरी राशि वापस प्राप्त की जा सकती है।

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