भद्रा और चंद्रग्रहण का नहीं पड़ेगा रक्षा बंधन पर कोई असर
देहरादून: श्रावण मास में कई योग बन रहे हैं। सोमवार से सर्वार्थ सिद्धि योग में शुरू हुआ श्रावण इसी योग में सोमवार को ही खत्म होगा। वहीं, रक्षा बंधन के दिन खग्रास चंद्रग्रहण पड़ रहा है, जो भारत समेत समेत कई देशों में दिखाई देखा। भद्रा और ग्रहण के चलते इस बार रक्षा बंधन पर कोई विशेष मुहूर्त नहीं है, लेकिन भाई-बहन के प्रेम के इस पर्व को भद्रा के बाद उल्लास के साथ मना सकते हैं।
आचार्य संतोष खंडूड़ी के अनुसार सात अगस्त को रात 10.44 बजे से मध्यरात्रि 12.43 बजे तक चंद्रग्रहण होगा। यह मकर राशि और श्रवण नक्षत्र में होगा। इससे 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक लग जाएगा। सूतक में मूर्ति पूजन नहीं किया जाता, लेकिन जप-तप, दान, हवन आदि के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय माना गया है।
उन्होंने बताया कि भद्राकाल और चंद्रग्रहण होने से इस बार रक्षा बंधन में कोई विशेष मुहूर्त नहीं पड़ रहा। लेकिन, सूतक में रक्षा सूत्र बांधने की कोई मनाही नहीं है। इसलिए सूतक के दौरान रक्षा सूत्र बांधे जा सकते हैं।