कैंट चुनाव: दाग मिटाने के लिए ये नेता अब लगा रहे हैं चक्कर
हाउस और वाटर टैक्स का सालों का बकाया जमा करवाने पहुंच रहे कैंट दफ्तर

देहरादून, जन केसरी।
कैंट बोर्ड चुनाव आठ साल बाद 30 अप्रैल को होने जा रहे हैं। वार्डों के आरक्षण की स्थिति भी साफ हो गई। अब दावेदार दाग मिटाने में जुटे हुए हैं ताकि उनको टिकट मिल सके। कुछ नेता टिकट के लिए पार्टी पदाधिकारियों की शरण में है है कुछ अपने कागजात भी दुरुस्त कराने लगे हैं।
नियमानुसार, कैंट बोर्ड में सभासद का चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति पर किसी भी तरह का बकाया नहीं होना चाहिए। लिहाजा, अब गढ़ी और क्लेमनटाउन कैंट बोर्ड के कार्यालय में ऐसे लोग भी हाजिरी लगा रहे हैं, जो यह पता कर रहे हैं कि उन पर हाउस या वाटर टैक्स का बकाया तो नहीं है। कई ऐसे नेता भी हैं, जो तीन तीन साल का टैक्स बकाया जमा करके जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, गढ़ी कैंट में कई निवर्तमान सभासद ऐसे हैं, जिन पर दो से तीन साल का टैक्स बकाया है। इन्होंने लंबे समय से चुनाव नहीं होने के अलावा नगर निगम में कैंट बोर्ड के सिविल क्षेत्र शामिल होने की चर्चाओं के कारण टैक्स जमा ही नहीं कराया था। अब ये नेता एडवांस टैक्स तक जमा करने की बात कर रहे हैं। ताकि चुनाव के समय किसी तरह का उनपर दाग न लगे। इनमें प्रेमनगर और डाकरा बाजार के कुछ नेता शामिल है। इधर, कैंट बोर्ड देहरादून के टैक्स विभाग के एक स्टाफ ने बताया की चुनाव के घोषणा के बाद से छेत्रीय। नेताओं की आवाज़ाही बढ़ गयी है। उन्होंने बताया की कई ऐसे नेता है जो सालों से टैक्स जमा नहीं करते आ रहे थे। अब वो बिना कहे टैक्स जमा कर दिये। उन्होंने बताया की नोमिनेशन से एक दिन पहले दावेदारों को एनओसी दी जायेगी। उस दिन तक का अगर किसी के पास एक रुपये भी बकाया रहा तो एनओसी नहीं दी जाएगी।