कैंट बोर्ड: चोर चोर मौसेरे भाई, टूटी टाइल्स प्रकरण में भ्रष्टाचार पर डाल रहे मिट्टी

देहरादून। महिंद्रा ग्राउंड के बाहर अच्छी खासी फुटपाथ को उजाड़कर फिर से लगाई गई नई टाइल्स छह माह के भीतर ही उजड़ने लगी है। कई जगह फुटपाथ का किनारा भी टूटा पड़ा है। भ्रष्टाचार की पोल खुली तो चोर चोर मौसेरे भाई एकजुट हो गए। ताकि उनकी छवि पर दाग ना लगे। नियमानुसार संबंधित ठेकेदार से जबाव तलब करनी चाहिए थी। लेकिन यहां उल्टा हो गया। भ्रष्टाचार पर मिट्टी डाल दी गई और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। जहां पर टाइल्स उखड़ी थी उसका रिपेयर कर दिया गया है। कायदे से इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए। किसकी लापरवाही से छह माह के भीतर फुटपाथ टूटने लगी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कैंट बोर्ड के एक अधिकारी जांच कराने की बजाय मुद्दे को डायवर्ट करने में लगे हुए हैं। सूत्र ने बताया कि साहब का कहना है कि ये टाइल्स जानबूझकर किसी ने खबर बनवाने के लिए उखाड़ी है। ऐसे में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वाह रे साहब: भ्रष्टाचार की पोल खुली तो पचा नहीं पा रहे हैं। मुकदमा तो होना ही चाहिए वैसे। ताकि किसको किसको कितना कमीशन मिला है वह सार्वजनिक हो सके। जन केसरी न्यूज पोर्टल कैंट बोर्ड के उच्चाधिकारियों से मांग करता है कि इस पूरे प्रकरण की जांच एक कमेटी द्वारा कराई जाए। ताकि ये पता चल सके कि छह माह के भीतर फुटपाथ की नई टाइल्स टूटने की असली वजह क्या है।
इसको किसने तोड़ा साहब

कैंट बोर्ड के एक तेज तर्रार साहब (हालांकि हैं नहीं) का मानना है कि टाइलस को जानबूझकर तोड़ी गई है। ऐसे में डाकरा निवासी कुछ लोगों ने जन केसरी को कुछ फोटोग्राफ्स भेजते हुए सवाल उठाये हैं। लोगों का कहना है कि मान लिया जाए कि टाइल्स को किसी ने जानबूझकर तोड़ी है। बाकि जो पार्क की बदसूरत कैंट बोर्ड ने बना रखी है इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। क्या पब्लिक ने इसे भी जानबूझकर तोड़ा है।

