सीईओ अभिनव सिंह से आखिर क्यों वापस लिया गया लंढौर कैंट बोर्ड का चार्ज
तो अवैध निर्माण के नाम पर कैंट बोर्ड के अधिकारी ले रहे हैं पैसे
देहरादून। कैंट बोर्ड के अधिकारी लापरवाह हो गए हैं। इनकी मिलीभगत से क्षेत्र में अवैध निर्माण जोरशोर से किया जा रहा है। लेकिन साबह की नजर इस ओर नहीं है। सूत्र ने बताया कि अवैध निर्माण की आड़ में पैसों का खेल चल रहा है। वहीं, जो लोग पैसे नहीं दे रहे हैं उनको तत्काल नोटिस भेज दिया जा रहा है। नोटिस भेजने के बाद अधिकारी सो जा रहे हैं। क्योंकि जिस मकशद के साथ नोटिस भेजा जा रहा है वो काम हो जा रहा है।
वर्तमान में प्रतिबंधित क्षेत्र केहरी गांव में पेट्रोल पंप से पचास मीटर पहले बिना नक्शा पास कराये दुकानें बनाई जा रही है। आजकल में लेंटर भी डलने वाला है। इसके अलावा जीआरडी कॉलेज प्रशासन द्वारा डंके की चोट पर अवैध निर्माण करा रहा है। लेंटर कम्पीट के बाद अब सबसे ऊपरी मंजिल पर टिनशेड डाला जा रहा है। इसको कैंट बोर्ड ने नोटिस भी भेजा थ। इसके बाद अधिकारियों ने कार्रवाई की हिम्मत नहीं दिखाई। इसके अलावा केहरी गांव में 20 से अधिक जगहों पर अवैध निर्माण हो रहे हैं। निर्माण कराने के साथ-साथ लोग दिवालों पर पुताई भी करा रहे हैं। अतिमाभ टैक्स टाइल मील प्रकरण में भी अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं।
आखिर क्यों वापस लिया गया लंढौर कैंट बोर्ड का चार्ज
कैंट बोर्ड लंढौर का चार्ज कैंट बोर्ड सीईओ अभिनव सिंह के पास लंबे समय से था। लेकिन अचानक ये चार्च इनसे वापस लिया गया। अब कैंट बोर्ड लंढौर का चार्ज क्लेमेनटाउन बोर्ड के सीईओ कौशल गौतम के पास है। जबकि डीईओ का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे कौशल गौतम की जगह विवेक सिंह को डीईओ बनाया गया है। सीईओ लंढौर का चार्ज जाने के बाद से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। सूत्र ने बताया कि हाल ही में एक अधिकारी इस संबंध में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से भी मिले थे।