जन-धन योजना के बारे में आपको भी जाननी चाहिए ये पांच जरूरी बातें
सरकार ने लोगों को बैंक खाता खोलने को लेकर प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) में कुछ और प्रोत्साहन जोड़ने का फैसला किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी जानकारी दी है। जेटली ने बताया कि यह योजना अनिश्चित काल तक खुली रहेगी।
प्रधानमंत्री जनधन योजना से जुड़ी पांच बातें:
सरकार ने ‘प्रधानमंत्री जन धन योजना’ के तहत पांच हजार रुपये के ओवरड्राफ्ट की सुविधा को दोगुना कर 10,000 रुपये कर दिया है। खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा का इस्तेमाल करते समय दो हजार रुपये उनके खाते से निकालने के लिए किसी भी शर्त का पालन नहीं करना पड़ेगा। पहले ओवरड्राफ्ट की सुविधा 18 से 60 वर्ष तक के खाताधारकों को उपलब्ध थी। अब 65 वर्ष तक की उम्र वाले खाताधारकों को भी यह सुविधा उपलब्ध होगी।
इस योजना के तहत प्रत्येक वयस्क व्यक्ति का खाता खोला जाएगा। जिस नए खाताधारकों को रुपे कार्ड मिलेगा, उन्हें दो लाख रुपये के दुर्घटना बीमा की सुविधा मिलेगी। पहले यह सुविधा एक लाख रुपये तक के दुर्घटना बीमा की थी।
सरकार की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक योजना के तहत अब तक 32.41 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं और इनमें अब तक 81,200 करोड़ रुपये की राशि जमा है। जनधन खाते खोलने वालों में 53 फीसद महिलाएं हैं जबकि इनमें 83 फीसद खाते आधार से जुड़े हैं।
इस योजना के तहत जनधन-आधार-मोबाइल (जेएएम) की बदौलत कवरेज के लिए वित्तीय रूप से शामिल और बीमित समाज को डिजिटलाइजेशन की सुविधा मिलती रहेगी।
जन धन योजना 14 अगस्त 2014 को मंजूर हुई और 28 अगस्त 2014 को लांच हुई। इस योजना के तहत बीते चार साल में 32.41 बैंक खाते खोले जा चुके हैं। पिछले चार वर्षो में पूरी दुनिया में 51.5 करोड़ बैंक खाते खुले जिनमें से 32.41 करोड़ जन धन के खाते हैं। इसके अलावा छह महीने बाद ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ 5,000 रुपये का बेसिक बैंकिंग अकाउंट खोले गए।
क्या है ओवरड्राफ्ट?
ओवरड्राफ्ट का मतलब यह है कि अगर किसी जन-धन खाता धारक के बैंक खाते का रिकार्ड अच्छा है और उसे कभी पैसे की जरूरत पड़ती है तो वह अपने खाते में पैसे नहीं होने पर भी बैंक से रकम ले सकता है।