क्राइम
पुलिस की मॉक ड्रिल की खुली पोल, एन वक्त पर दगा दे दिया ये उपकरण
देहरादून। जन केसरी
आईएसबीटी के पार्किंग में संदिग्ध बैग की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस, फायर, एम्बुलेंस, बीडीएस(बम निरोधक दस्ता) की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए क्षेत्र को सील कर दिया। बीडीएस की टीम ने नये टेक्नोलॉजी उपकरण की मदद से संदिग्ध बैगों की तलाशी ली तो उसमें जिंदा बम होने की पुष्टि हुई। डॉग स्क्वॉयड की मदद से बीडीएस की टीम ने एक बम को निष्क्रिय किया तथा दूसरे बम को रिमोट से विस्फोट किया। इस कार्रवाई के बाद एसएसपी ने जवानों को कहा कि यह सिर्फ मॉकड्रिल था।
गुरुवार सुबह एसपी सिटी प्रदीप राय ने वायरलेस से सिटी, फायर, एम्बुलेंस और बीडीएस टीम को सूचना दी कि आईएसबीटी के पार्किंग स्थल में लावारिस के हालात में संदिग्ध बैग दिखे हैं। सभी तत्काल मौके पर पहुंचे। कुछ ही मिनट में बीडीएस, पुलिस व फायर सर्विस की गाड़ी पहुंच गई। एसपी सिटी ने कमांड दिया, जिसके बाद बीडीएस की टीम पूरी तैयारी के साथ बैग तलाशी अभियान को उतरी। कुछ ही देर में टीम को पता चला कि दोनों बैंगों में जिंदा बम है। इस सूचना के बाद तत्काल पुलिस ने उस जगह को सील कर दिया और लोगों को दूर हटने को माइक से एलाउंस किया गया। टीम ने सूझबूझ के साथ पहले वाले बम को विस्फोट कर दिया। जबकि दूसरा बम भीड़ भाड़े वाले जगह पर था। ऐसे में उस बम को बीडीएस की टीम ने निष्क्रिय करते हुए कामयाबी हासिल की। इस कार्रवाई तक इसके चारों तरफ हड़कंप मचा रहा। मौके पर एसएसपी निवेदिता कुकरेती भी उपस्थित रहीं। सफल कार्रवाई को देखते हुए एसएसपी ने सभी जवानों को बधाई देते हुए भविष्य में और बेहतर करने की शुभकामनाएं दी।
ऐन मौके पर निकली स्केनर की लो बैटरी
बीडीएस टीम मौके पर मिनी स्केनर मशीन लेकर पहुंची थी, ताकि संदिग्ध बैग को स्कैन कर यह पता लगाया जा सके कि उसमें किस अवस्था में बम रखा हुआ है और कहां है। टीम का एक जवान संदिग्ध बैग के पास स्केनर मशीन रखकर आया और लैपटॉप की मदद से जब स्कैन करने की बारी आई तो पता चला कि स्कैन मशीन काम नहीं कर रही है। जांच पड़ताल में पता चला कि स्कैनर का बैटरी डाउन है। जिसके बाद टीम ने रिपोट की मदद से संदिग्ध बैग को विस्फोट किया।