आसानी से मिलने वाले इंस्टैंट लोन की चुकानी पड़ सकती है भारी कीमत
कई बार अलग-अलग कारणों के चलते हम आर्थिक परेशानियों से जूझते हैं। ऐसी स्थिति में कुछ लोग लोन लेते हैं। आर्थिक परेशानियों को कुछ समय के लिए टालने के लिए लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन क्या बाद में यह आपके लिए दूसरी आर्थिक समस्याएं खड़ी कर सकता है? हम इस खबर में आपको इंस्टैंट लोन लेने के फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फाइनेंशियल प्लानिंग में आपकी मदद कर सकता है।
जानिए इसके फायदें
25 लाख रुपये तक का लोन तुरंत- इंस्टैंट लोन का पहला फायदा है कि आपको 25 लाख रुपये तक लोन चंद घंटों में मिल जाता है। इसमें आप एक लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं।
गारंटर की जरुरत नहीं- इंस्टैंट लोन लेना काफी आसान होता है। इसके लिए किसी गारंटर की जरूरत नहीं होती और ना ही लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। आप इसके लिए ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं और ई-मेल के जरिए अपने डॉक्यूमेंट्स भेज सकते हैं।
फ्लेक्सिबल रिपेमेंट ऑप्शन- इंस्टैंट लोन की रिपेमेंट आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कर सकते हैं। इसमें रिपेमेंट के लिए कई ऑप्शन उपलब्ध होते हैं। इसमें एक्सलरेटेड रिपेमेंट, स्टेप अप-स्टेप डाउन रिपेमेंट और बैलून रिपेमेंट जैसे ऑप्शन होते हैं।
क्या हैं नुकसान
बाकी लोन से महंगा होता है इंस्टैंट लोन- यह बात सच है कि इंस्टैंट लोन आपकी आर्थिक जरुरतों को तुरंत पूरा कर देता है, लेकिन इसके लिए आपको ज्यादा रकम चुकानी होगी। इंस्टैंट लोन बाकी सारे लोन से काफी महंगा होता है। इंस्टैंट लोन में ब्याज दर 15-21 फीसद तक होती है।
सख्त नियम और शर्तें- इंस्टैंट लोन के लिए आपको गारंटर की जरुरत नहीं पड़ती है, लेकिन इसकी नियम और शर्तें काफी सख्त होती हैं। इसकी ईएमआई, प्री-क्लोजर टर्म्स जैसे नियम काफी सख्त होते हैं। इसलिए यह लोन लेने से पहले इसके नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए।
कर्ज में डूबने का भय- कई बार कुछ लोग इंस्टैंट लोन में मिलने वाली राशि को देखकर लालच में आ जाते हैं और जरुरत से ज्यादा लोन ले लेते हैं। ऐसा करने से बचें। ज्यादा लोन की ईएमआई ज्यादा देनी होगी जो आपकी जेब पर आर्थिक बोझ को बढ़ा देगा। इसलिए जरूरत से ज्यादा लोन लेने से बचें।