खेल

तेजिंदर पाल के पिता का निधन, अधूरा रह गया पापा को गोल्ड मेडल दिखाने का सपना

एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक (Gold medal) जीतने वाले गोला फेंक खिलाड़ी तेजिंदरपाल सिंह तूर के पिता करम सिंह (54) का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा। पिछले कुछ सालों से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे करम सिंह ने पंचकूला के सेना अस्पताल में सोमवार को अंतिम सांस ली थी। वह हालांकि स्वर्ण पदक जीतने के बाद बेटे से नहीं मिल सके।
तेजिंदर पाल ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा था कि पिता की बीमारी के कारण वह ठीक से अभ्यास नहीं कर पा रहे थे। तूर के लिए सबसे बड़ी दुख की बात यह रहीं कि वह जिस दिन भारत लौटे उसी दी उनके पिता का निधन हो गया। पंजाब के मोगा जिले के खोसा पांडो गांव के रहने वाले 23 वर्षीय तूर ने 20.75 मीटर की रिकार्ड दूरी पर गोला फेंककर 18वें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने अपने पदक को पिता के नाम समर्पित किया था। लेकिन अफसोस कि पिता को वो अपना गोल्ड मेडल नहीं दिखा पाए।
पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने इस खिलाड़ी को सांत्वना दी। तूर को भेजे संदेश में उन्होंने कहा, तेजिंदर पाल सिंह उनके पिता के अथक प्रयास और परिवार के सहयोग के कारण स्वर्ण पदक विजेता बने। तेजिंदर की इस उपलब्धि के पीछे उसके पिता और परिवार की मेहनत का सबसे अधिक योगदान है। जिस समय तेजिंदर एशियाई खेल में व्यस्त थे उस समय उनके पिता का इलाज चल रहा था। उन्होंनें कहा कि तेजिंदर ने ऐसे हालात में अभ्यास कर सोने का पदक जीत कर अपने पिता का सपना पूरा किया।
कैंसर से जूझ रहे पिता को छोड़ना नहीं था आसान
कैंसर से जूझ रहे पिता को अस्पताल में छोड़कर आना आसान नहीं था लेकिन तजिंदर पाल सिंह तूर अपने जुनून के प्रति मजबूत बने रहे। उनके इसी त्याग का फल उन्हें एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक के रूप में मिला। मोगा के 23 साल के तजिंदर ने पांचवें प्रयास में 20.75 मीटर दूर गोला फेंकर एशियाई खेलों के नए रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा जो ओम प्रकाश करहाना के नाम था। तजिंदर ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, ‘मेरे दिमाग में बस एक ही चीज थी। मैं 21 मीटर पार करना चाहता था। मैंने स्वर्ण पदक के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन मैं इससे खुश हूं। मैं पिछले दो तीन साल से राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश कर रहा था और यह आज हो पाया और वह भी मीट रिकॉर्ड के साथ।’

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