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केएल राहुल के शतक की चर्चा लंबे समय तक होगी, जानिए उसकी अहमियत

ओवल (लंदन): भारत-इंग्लैंड सीरीज के आखिरी मैच के आखिरी दिन केएल राहुल का शतक टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक याद किया जाएगा. लोकेश राहुल ने पहले मैच के चौथे दिन के आखिरी सत्र में प्रभावी बल्लेबाजी की. इसके बाद वे वहीं नहीं रुके और पांचवे दिन के पहले और दूसरे पारी में भी अपनी बल्लेबाजी जारी रखते हुए इंग्लैंड को जीत से दूर रखा.

टीम इंडिया ने इं इस मैच के पांचवे दिन लंच तक पांच विकेट पर 167 रन बना लिए थे इसमें लोकेश राहुल (नाबाद 108) के करियर के पांचवें शतक की अहम भूमिका रही. लंच के समय राहुल 126 गेंदों की पारी में 17 चौके और एक छक्के की मदद से 108 और ऋषभ पंत 22 गेंदों की पारी में एक चौके और एक छक्के की मदद से 12 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे.

खुल कर खेले लोकेश
राहुल की पारी की सबसे खास बात यह रही वे खुल कर खेले. मैच के चौथे दिन जब टीम इंडिया की दूसरी पारी में केवल दो रन पर तीन अहम विकेट गिर गए थे. लोकेश ने अपना स्वाभाविक खेल जारी रखा और दिन का खेल खत्म होने तक 51 गेंदों पर 46 रन बना डाले.

अपने स्वाभाविक अंदाज में खेले केएल राहुल
केएल ने अपने खेल का अंदाज नहीं बदलते हुए 118 गेंदों में 101 रन बनाए और टीम इंडिया का स्कोर 152 रन भी कर दिया. इस शतक में राहुल ने 16 चौके और एक छक्का लगाया. राहुल के करियर का यह पांचवा टेस्ट शतक है. उनका भारतीय उप महाद्वीप से बाहर पहला शतक है. इंग्लैंड में चौथी पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में केएल अब दूसरे नंबर पर हैं. उनसे आगे भारत के महान पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर हैं जिन्होंने ओवल में ही 1979 में 221 रनों की पारी खेली थी. उनका इंग्लैंड के खिलाफ यह दूसरा शतक है. इससे पहले उन्होंने 2016 में चेन्नई में 199 रनों की पारी खेल इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर में पहला टेस्ट शतक लगाया था. तब उन्होंने 199 रनों की पारी खेली थी.

लंच के बाद भारत को अभी मैच जीतने के लिए 297 रन और बनाने थे जबकि उसके पांच विकेट ही शेष थे. इंग्लैंड ने भारत के सामने 464 रनों का लक्ष्य रखा था. इन हालात में हार को टालकर मैच ड्रा करा ले जाना भी मायने रखेगा.

रहाणे के साथ की अहम साझेदारी
इससे पहले, भारत ने सुबह अपने कल (सोमवार) के स्कोर तीन विकेट पर 58 रन से आगे खेलना शुरू किया. राहुल ने 46 और अजिंक्य रहाणे ने 10 रन से आगे खेलना शूरू किया. दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की. रहाणे टीम के 120 के स्कोर पर मोइन अली की गेंद पर आउट हो गए. उन्होंने 106 गेंदों की पारी में पांच चौकों की मदद से 37 रन बनाए.

रहाणे के आउट होने के एक रन बाद ही अपने करियर का पहला मैच खेल रहे और पहली पारी में अर्धशतक बनाने वाले हनुमा विहारी खाता खाले बिना बेन स्टोक्स की गेंद पर आउट हो गए. राहुल ने इसके बाद पंत के साथ मिलकर लंच तक भारत को और झटका नहीं लगने दिया. दोनों ने छठे विकेट के लिए लंच तक 46 रन की साझेदारी कर ली.

इंग्लैंड को जीत के लिए तरसाया राहुल ने
राहुल की पारी की बदौलत ही इंग्लैंड की जीत का इंतजार लंबा हो गया. वरना इंग्लैंड ने जीत की तैयारी तो मैच के चौथे दिन ही कर ली थी. इसके अलावा संकट के समय टीम इंडिया के बल्लेबाज का नजरिया कैसा होना चाहिए केएल ने बता दिया. अपना शतक पूरा करने से पहले वे एक छक्का लगाने से भी नहीं चूके जबकि टीम की जरूरत थी कि बल्लेबाज विकेट बचाते हुए लंबे समय तक खेलें.

टेस्ट टीम में स्थापित कर देगी लोकेश राहुल को यह पारी
केएल राहुल टीम इंडिया के नियमित टेस्ट बल्लेबाज नहीं हैं यह पारी उन्हें टेस्ट टीम इंडिया में स्थापित कर सकती है. इस सीरीज के बाद अब विराट कोहली की टीम में बदलाव तय हैं जो कि पिछले कुछ सालों से दिखाई नहीं दे रहे थे. मुरली विजय के बाद अब शिखर धवन का स्थान भी पक्का नहीं है भले ही वे विराट कोहली को कितने भी पसंद क्यों न हों. वहीं हनुमा विहारी भी अब टीम इंडिया में एक तगड़े विकल्प बन चुके हैं. इसके अलावा ऋषभ पंत भी इस सीरीज में भारत के टेस्ट विकेटकीपर में जगह पा सकते हैं.

विराट भी करेंगे कप्तानी पर काम
विराट कोहली भले ही बल्लेबाजी में अभी परफेक्ट हों लेकिन कप्तान के तौर पर उन्हें काफी काम करने की जरूरत महसूस होने लगी होगी. विराट के मिजाज को देखते हुए कहा जा सकता है कि अब वे अपनी कप्तानी पर काम जरूर करेंगे.

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