सोनिया ने की किशोर की छुट्टी, प्रीतम को बनाया उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष
देहरादून : आखिरकार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पर गाज गिर गई। पार्टी आलाकमान ने किशोर को पद से हटाकर ऐसा झटका दिया, जिसका अंदाजा खुद उन्हें भी नहीं हो सका। इस अहम फैसले से पहले नेतृत्व ने उन्हें विश्वास में लेना तो दूर, संकेत देना भी जरूरी नहीं समझा। बतौर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने गुरुवार को बकायदा पत्रकारवार्ता कर पार्टी के एजेंडे को सामने रखा, इसके कुछ देर बाद ही हाईकमान ने उन्हें अध्यक्ष पद से चलता कर दिया। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद से ही अध्यक्ष को हटाए जाने की चल रही चर्चा पौने दो माह बाद हकीकत बन गई।
विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सूबे की सत्ता से ही बेदखल नहीं हुई, बल्कि उसे शर्मनाक हार का सामना भी करना पड़ा। हार के बाद राष्ट्रीय स्तर के साथ ही प्रदेश में भी संगठन पर उपाध्याय की पकड़ ढीली पड़ती दिखाई दी। चुनाव के बाद विभिन्न क्षेत्रों खासतौर पर कुमाऊं मंडल के दौरे के दौरान उन्हें कई स्थानों पर कार्यकर्ताओं के विरोध से भी रूबरू होना पड़ा। इससे पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष के रूप में देखा गया।
पार्टी ने उन्हें हटाने से पहले संकेत देना भी जरूरी नहीं समझा। यही वजह है कि प्रदेश मुख्यालय में गुरुवार दोपहर को किशोर उपाध्याय ने बतौर अध्यक्ष अपने विचार रखे, इसके कुछ देर बाद ही पार्टी हाईकमान के स्तर से उन्हें पद से हटाने की सूचना आ गई। पद से हटने के बाद किशोर ने नए अध्यक्ष के रूप में प्रीतम सिंह को बधाई देते हुए कहा इससे संगठन को मजबूती मिलेगी। वहीं नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि वह पार्टी हाईकमान के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
वहीं, नेता प्रतिपक डॉ. इंदिरा हृदयेश का कहना है कि ये पार्टी हाईकमान का फैसला है। हाईकमान ने कई राज्यों के अध्यक्ष बदले हैं। बदलाव स्वाभाविक प्रक्रिया है। प्रीतम सिंह अनुभवी हैं और नई परिस्थितियों में संगठन को मजबूती से खड़ा करेंगे।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर परिवर्तन बिल्कुल सामयिक है और सबकी सहमति से हुआ है। प्रीतम सिंह सक्षम नौजवान नेता हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इस फैसले व किशोर उपाध्याय को कठिन समय में नेतृत्व के लिए धन्यवाद।