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कैंट में सविता की एतिहासिक जीत

देहरादून।

देहरादून जिले में 70 साल बाद महिला विधायक का सूखा समाप्त हुआ है। भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे पूर्व विधायक हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर के नाम यह ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई है। यूपी के समय देखें तो देहरादून जिले को 18वीं विधानसभा चुनाव में पहली बार महिला विधायक मिली है। 1952 से 2017 तक 66 महिलाओं ने देहरादून जिले से चुनाव लड़ा था। इसमें से एक भी महिला विधायक नहीं चुनी गईं। 2022 में 13 महिलाओं ने देहरादून से चुनाव लड़ा। पहली महिला विधायक बनने का गौरव दिवंगत भाजपा नेता हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर को मिला है। अभी तक देहरादून में 980 प्रत्याशी चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें 79 महिलाएं शामिल हैं। राज्य गठन के बाद 2007 में सबसे कम 10 महिलाएं देहरादून की 9 सीटों से चुनाव लड़ी थीं।
सविता ने पति की मजबूत सियासी विरासत को संभालादेहरादून। एतिहासिक जीत के साथ ही सविता ने पति की मजबूत सियासी विरासत को भी संभाला है। वैसे तो सविता कपूर ने पिछले नौ चुनाव अपने पति के साथ पर्दे के पीछे रहकर लड़े हैं। इस बार पहला मौका था, जब वह स्वयं चुनाव मैदान में थीं। 1985 से 2017 तक हरबंस कपूर ने नौ चुनाव लड़े थे। इनमें आठ चुनाव में कपूर ने जीत हासिल की थी। ऐसे कई चुनाव रहे हैं, जिसमें सविता कपूर ने जनसंपर्क की जिम्मेदारी पति के साथ कंधे से कंधे मिलाकर निभाई। कैंट सीट से विधायक रहते हुए 13 नवंबर 2021 को हरबंस कपूर का निधन हो गया। कपूर के निधन के बाद इस सीट पर टिकट के लिए होड़ मच गई थी। विधायक कपूर के बेटे ने टिकट के लिए दावेदारी जताई, लेकिन भाजपा इस सीट पर भावनात्मक लहर की उम्मीद जताते हुए विधायक रहे कपूर की पत्नी सविता कपूर को टिकट दिया। जनसंघ से अलग होकर जब भाजपा बनी, तब सविता उत्तराखंड में महिला मोर्चा की संयोजिका थीं। सविता पार्टी की उम्मीदों पर खरी उतरी है और बड़े अंतर से कांग्रेस को हराकर विधानसभा पहुंच गईं। सविता को भावनात्मक लहर का भी उनको फायदा मिला।
कब कितनी महिलाएं देहरादून में लड़ी चुनाववर्ष चुनाव लड़ी महिलाएं2002 152007 102012 162017 14  2022 131952 से 99 11

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