अपने पसंदीदा आशियाने को नहीं बचा पाये सचिन, आशियाने पर गरजी जेसीबी
देहरादून। जन केसरी
अपने पसंदीदा आशियाने को पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर नहीं बचा पाए। मंगलवार को कैंट बोर्ड लंढौर की जेसीबी ने इस आशियाने को तोड़ना शुरू कर दिया है। इस आशियाने को तोड़ने में कम से कम अभी दस दिन लगेंगे। यह बेशकिमती कोठी बिजनसमेन एवं सचिन तेंदुलकर के खास दोस्त संजय नारंग की है। कोठी तोड़ते समय कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया। लेकिन पुलिस फोर्स ने उनको गेट से बाहर करते हुए दरवाजा बंद कर दिया। संजय नारंग द्वारा इस कोठी को अवैध रूप से डिफेंस क्षेत्र मेें बनवाया गया था। सचिन तेंदुलकर जब भी मसूरी आते थे वह इसी कोठी में ठहरते थे।
छावनी परिषद के अधिकारियों एवं सेना के अधिकारियों के अनुसार इस इलाके में किसी भी प्रकार के निर्माण की इजाजत नहीं दी जा सकती है। आरोप है कि नारंग ने कैंटबोर्ड की अनुमति के बगैर ही निर्माण करा डाला। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने डहेलिया बैंक में कराए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए थे। इसके लिए उद्योगपति नारंग को सोमवार तक की मोहलत दी गई थी।
कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए अवैध निर्माण को तोड़ने का काम आज से शुरू किया गया है।