मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपा गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान न केवल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई, बल्कि सभी नेताओं को पूरी तवज्जो भी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को युवा एवं ऊर्जावान नेता बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तराखंड के विकास का हर संकल्प पूरा होगा। राज्य में युवा नेतृत्व के साथ ही वरिष्ठ नेताओं की अनुभवी टीम है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सभी नेताओं का नाम लिया और बाद में सबसे मुलाकात भी की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यों की लगातार सराहना करते रहे हैं। इससे पहले अक्टूबर में ऋषिकेश एम्स में आक्सीजन प्लांट के शिलान्यास के दौरान प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री धामी के कार्यों को सराहा और उन्हें मित्र कह कर संबोधित किया था। इसके बाद दीपावली के अगले दिन केदारनाथ धाम पहुंचे प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना करते हुए उनकी पीठ थपथपाई। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाने के सिलसिले को जारी रखा। दरअसल, प्रधानमंत्री का यह उत्तराखंड दौरा पार्टी के लिए खास था। इसे सफल बनाने के लिए सारी तैयारियां की गईं। सबकी नजरें इस बात पर भी टिकी थी कि प्रधानमंत्री का इस दौरान प्रांतीय नेतृत्व के प्रति रुख कैसा रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दौरान सभी वरिष्ठ नेताओं को पूरी तवज्जो दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब अपने संबोधन के बाद वापस अपनी सीट पर पहुंचे तो प्रधानमंत्री ने सारगर्भित भाषण के लिए उनकी पीठ थपथपाई। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंच पर मौजूद वरिष्ठ नेताओं का नाम लेना नहीं भूले। उन्होंने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत के साथ ही केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का भी नाम लिया। अपने संबोधन के दौरान राज्य सरकार के कार्यों की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कोरोना टीकाकरण की शत-प्रतिशत प्रथम डोज लगाने के लिए भी प्रदेश सरकार के कार्य को सराहा। संबोधन समाप्त होने के बाद वह मंचासीन सभी नेताओं से मिले और उनकी कुशलक्षेम पूछी। ऐसा कर प्रधानमंत्री चुनाव से पहले सभी नेताओं को आपस में समन्वय के साथ चुनाव लड़ने का संदेश दे गए।