देहरादून। राजधानी में दिन दहाड़े देश के नामी रिलायंस शो रूम में हुई करोड़ों की लूट मामले में पुलिस बदमाशों के करीब पहुंच गई है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द पुलिस घटना का खुलासा कर सकती है। इसके लिए पुलिस की अलग अलग टीमें बदमाशों की धरपकड़ को संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। इधर, पुलिस ने मीडिया को जारी प्रेस रिलीज में कहा कि वारदात का राष्ट्रपति के कार्यक्रम से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में वारदात को वीवीआइपी सुरक्षा से जोड़ना गलत है।
राजपुर रोड में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में पांच दिन पहले हुई डकैती की घटना को लेकर दून पुलिस को ठोस सबूत मिल गए हैं।पुलिस ने मीडिया को जारी प्रेस नोट में दावा किया कि गैंग को चिन्हित करने, गिरफ्तारी और बरामदगी के लिए गैर प्रांतों में लगातार दबिश देकर सीनियर अफसर के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है। जांच में यह जानकारी पता चली कि इस घटना में शामिल शातिर गैंग द्वारा विभिन्न प्रांतो जैसे पश्चिम बंगाल ,मध्य प्रदेश महाराष्ट्र ,राजस्थान, उड़ीसा आदि राज्यों में भी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। इस वारदात को लेकर दून पुलिस की तत्परता से घटना करने के उपरांत अभियुक्त घटना में प्रयुक्त दो बाइक व एक कार छोड़कर भाग गए थे। दोनों बाइक व कार से गैंग के संबंध में सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करने पर पुलिस अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने बरामद कार की फोरेंसिक जांच में पाया कि वेपन के लिए कार में अलग स्पेस वेल्डिंग कर के बनाया गया ,जिससे बदमाश पुलिस चेकिंग से बच सके। यह घटना
कई माह तक घटना के लिए रैकी
पुलिस के अनुसार कई महीनो की तैयारी के पश्चात गैंग द्वारा यह घटना की गई। अन्य राज्यों में रिलायंस ज्वैलर्स व अन्य बड़े-बड़े ज्वेलरी शॉप में इसी तरह बदमाश घटना को अंजाम दे चुका हैं। पुलिस द्वारा इस वारदात के बाद तत्परता से कार्रवाई करते हुए गैंग को चिन्हित कर अन्य प्रांतों में कार्रवाई की जा रही है। जांच में यह जानकारी पता चली की घटनास्टथल से गैंग निकटवर्ती राज्यों में अपने छुपने का ठिकाना बनाते हैं। यहां से रैकी कर करके फिर अन्य राज्यों में अपना ठिकाने बनाकर दूसरी घटना को अंजाम देते हैं। अब तक की विवेचना में पाया गया कि कई महीनों से देहरादून में घटना करने की योजना बना रहा था गैंग, जिनके द्वारा हरियाणा उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में बनाए थे अपने ठिकाने।
इसलिए धनतेरस से पहले डाली डकैती
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई कि गैंग द्वारा दिवाली से पूर्व धनतेरस के आसपास काफी भारी मात्रा में ज्वेलरी के शो रूमों में आने के कारण घटना की तारीख कई महीनों पूर्व ही तय कर दी थी। धनतेरस के दिन अधिक ज्वेलरी बिकने की संभावना के चलते ही बदमाशों ने एक दिन पूर्व ही घटना को अंजाम दिया।
वीवीआइपी सुरक्षा से कोई लेनादेना नहीं
पुलिस ने अपने प्रेस नोट में स्पष्ट कर दिया कि इस घटना का माननीय की सुरक्षा से अभियुक्तों द्वारा की गई घटना का कोई मेल नहीं है। अतः अनुरोध है की उत्तराखंड पुलिस की दक्षता किसी भी गैंग को पकड़ने में हासिल है, प्रकरण में राजनीति न होकर हौसला बढ़ाए। जब गैंग सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दे रहा तो उनकी गिरफ्तारी में थोड़ा समय लगेगा पर उत्तराखंड पुलिस सभी चुनौती को स्वीकार कर शीघ्र पर्दाफाश करेगी।