सिम्युलेटर पर शूटिंग करेंगे अब एनसीसी के बच्चे
– फायरिंग रेंज नहीं मिलने पर किया जाएगा इसका इस्तेमाल
– डीआईटी में सिम्युलेटर शुरू के बाद अब रुड़की और नैनीताल में लगेगा
– पूरे प्रदेश में 18 प्रमुख शहरों में लगेगा सिम्युलेटर
देहरादून।
एनसीसी की तैयारी कर रहे बच्चों के लिए अच्छी खबर है। अब शूटिंग करने के लिए उन्हें शूटिंग रेंज मिलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वे सिम्युलेटर यंत्र की मदद से इनडोर में शूटिंग कर सकते हैं। एनसीसी निदेशालय उत्तराखंड द्वारा पूरे प्रदेश में करीब 21 जगहों पर इस यंत्र को लगाने की योजना है। जिसमें से देहरादून के डीआईटी कॉलेज में इस यंत्र को लगाया जा चुका है।
एनसीसी के अपर महानिदेशक मेजर जनरल पीएस दहिया ने बताया कि सिम्युलेटर यंत्र देहरादून के बाद रूड़की और नैनीताल में इसी माह लगा दिये जायेंगे। इसके बाद अन्य शहरों में चरणवध तरीके से करीब 18 और जगह इस यंत्र को लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई बार शूटिंग रेंज एनसीसी को नहीं मिलता है। जिसके चलते बच्चे शूटिंग की ट्रेनिंग समय से नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा बरसात में भी आउट डोर में शूटिंग की ट्रेनिंग में दिक्कत होती है। लेकिन इनडोर में इस यंत्र को लगा देने से एनसीसी के बच्चों को प्रशिक्षण में सहूलियत होगी।
क्या है सिम्युलेटर
सिम्युलेटर एक ऐसा यंत्र है जिसे कंप्यूटर से जोड़ा जाता है। इसमें फायरिंग के अभ्यास के लिए राइफल और रिवाल्वर तो असली दी जाती हैं लेकिन उनमें गोली नहीं भरी जाती है। बल्कि उसे तार से जोड़ दिया जाता है। टारगेट स्क्रीन पर दिखाई देता है और फायर करने पर हवा के प्रेशर से गोली चलाने जैसा ही झटका लगता है।
सिम्युलेटर यंत्र के फायदे
एनसीसी के अधिकारी ये तय करेंगे कि एनसीसी का एक बच्चा कितनी गोलियां चलायेगा। एनसीसी के अपर महानिदेशक मेजर जनरल पीएस दहिया ने बताया कि सिम्युलेटर यंत्र से फायरिंग की गुणवत्ता में सुधार तो होता ही है, टारगेट तय करने में भी आसानी होती है। इसके अलावा बरसात के मौसम में भी एनसीसी के बच्चे इनडोर में इससे शूटिंग कर सकेंगे। एक साथ चार बच्चे इस यंत्र से शूटिंग कर सकेंगे।