संकट के समय मार्गदर्शन के लिए गांधी जी जैसे नेता की जरुरत
कोलकाता : देश में सांप्रदायिक सद्भाव कायम रखने की जरूरत पर बल देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा सहिष्णुता के साथ खड़े थे और सभी धर्म का सम्मान करते थे। गांधी जी को जनता के सच्चे नेता के रूप में वर्णित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि जो अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई में सभी को साथ लेकर चल सके देश को आज वैसे ही नेता की जरुरत है। उन्होंने कहा कि देश आज बढ़ती हुई पेट्रो पदार्थ की कीमतों और धार्मिक असहिष्णुता के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस दिन गांधी जी की 150वीं जयंती के अवसर पर महानगर के बेलियाघाटा स्थित गांधी भवन को धरोहर संपत्ति घोषित किए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि 3.5 करोड़ रुपये की लागत से यहां संग्रहालय बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समानता और एकता के लिए सभी का आह्वान करते हैं। बंगाल हमेशा से ही सहिष्णुता के साथ खड़ा हुआ है और यहां जबरजस्ती, धार्मिक आधार पर बंटवारे की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढ़ सकता है जब सभी समुदायों दलित, आदिवासी, जैन, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सीख एक साथ मिलकर आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 1930 में गांधी जी द्वारा आयोजित दांडी मार्च को चिह्न्ति करने के लिए अगले वर्ष एक प्रतीकात्मक दांडी अभियान (जुलूस) आयोजित करेगी।
मुख्यमंत्री ने 26 सितंबर को भाजपा की ओर से आहूत बंगाल बंद के दौरान प्राण गंवाने वाले पश्चिम मेदिनीपुर के व्यापारी बिबू रंजन दास के परिजनों को 2 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। राज्य सरकार ने महानगर के बेलियाघाटा स्थित गांधी भवन को धरोहर संपत्ति घोषित करते हुए इसे पूरी तरह से नया स्वरूप देने का निर्णय किया है। इसके साथ ही गांधी जी के सम्मान में गांधी भवन को संग्रहालय के तौर पर विकसित किया जाएगा। संग्रहालय निर्माण पर करीब 3.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को गांधी जयंती के दिन यहां आयोजित कार्यक्रम में दी।