कोहली की वजह से भिड़ेंगे ये दो भारतीय दिग्गज
नई दिल्ली। टीम इंडिया में इन दिनों कोच पद के लिए तमाम उम्मीदवार सामने आ रहे हैं। कोच की नियुक्ति पर अंतिम मुहर क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) में शामिल तीन भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण लगाएंगे। हालांकि इस दौरान कप्तान विराट कोहली की पसंद को अनदेखी करना भी आसान नहीं होगा, क्योंकि पूर्व कोच अनिल कुंबले को कोहली की नाराजगी के चलते ही गद्दी गंवानी पड़ी थी।
ऐसे में सीएसी की कोशिश होगी कि भारतीय क्रिकेट के हित और दूरगामी परिणामों के लिए कोहली की पसंद से सामंजस्य बिठाया जाए। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में एक पेंच फंसता नजर आ रहा है। यह पेंच छोटा-मोटा न होकर बड़े विवाद की वजह बन सकता है और सालों से क्रिकेट के मैदान पर और मैदान के बाहर दोस्त रहे दो भारतीय दिग्गजों के बीच दूरी भी ला सकता है।
इस आशंकित दूरी की वजह भी विराट कोहली की पसंद ही है। जैसा कि सभी को मालूम है कि कोच पद के लिए विराट कोहली की पसंद रवि शास्त्री हैं। उन्होंने ना-नुकुर के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए आवेदन भी कर दिया है। अब जाकर पता चला है कि उनके इस आवेदन के पीछे सीएसी के एक सदस्य सचिन तेंदुलकर का हाथ है।
वहीं, सीएसी के दूसरे अहम सदस्य और सचिन के जोड़ीदार रहे सौरव गांगुली की बात करें तो उन्हें शास्त्री फूटी आंख नहीं सुहाते हैं। पिछली बार कोच पद के लिए रवि शास्त्री का नाम सबसे आगे चल रहा था, लेकिन गांगुली ने उनका पत्ता साफ कर दिया था। शास्त्री और गांगुली के बीच की लड़ाई काफी निचले स्तर पर चली गई थी और दोनों ने एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप लगाए थे। ऐसे में सचिन के शास्त्री को सपोर्ट करने पर गांगुली के साथ उनकी तनातनी हो सकती है।
आपको बता दें कि करीब एक साल पहले कोच पद की नियुक्ति के दौरान भी सचिन ने शास्त्री का ही समर्थन किया था और कहा था कि (तत्कालीन) टीम भी उन्हें पसंद करती है। शास्त्री इससे पहले टीम के साथ दो साल डायरेक्टर के तौर पर बिता चुके थे और टीम ने काफी सफलताएं अर्जित की थीं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक कोच पद के लिए आवेदन से इनकार कर रहे शास्त्री को लंदन में मौजूद तेंदुलकर ने मनाया है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि सचिन ने कोच पद पर हो रहे विवाद के समापन के लिए यह पहल की है। शास्त्री के इस रेस में शामिल होने से वह सबसे आगे माने जा रहे हैं और उन्हें कोहली का भी समर्थन प्राप्त है। ऐसे में अगर शास्त्री कोच बनते हैं तो भारतीय क्रिकेट में फिर से कोच-कप्तान विवाद देखने को नहीं मिलेगा। फिलहाल रवि शास्त्री का कोच पद के लिए वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, लालचंद राजपूत, डोडा गणेश और रिचर्ड पायबस जैसे दिग्गजों से मुकाबला है।
हालिया कोच-कप्तान विवाद को लेकर बीसीसीआइ की विश्व क्रिकेट में काफी किरकिरी हुई है। भारतीय क्रिकेट के हलकों में भी लगातार कहा जा रहा है कि बीसीसीआइ इस विवाद को ठीक तरह से नहीं निपटा सका और न ही कोहली-कुंबले को साथ काम करने के लिए राजी कर सकी।