विपक्ष की रणनीति: मोदी सरकार को घेरने को बनाया संयुक्त युवा मोर्चा, 28 सितंबर को करेंगे आंदोलन
लोकसभा चुनाव में एनडीए का मुकाबला करने के विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों के बीच कई राजनीतिक दलों के युवा संगठनों ने सरकार को घेरने के लिए ‘संयुक्त युवा मोर्चा’ का गठन किया है। कांग्रेस समेत समान विचार वाली करीब तेरह दलों के युवा संगठन मिलकर बेरोजगारी, बिगड़ी अर्थव्यवस्था और मंहगाई को लेकर आंदोलन शुरू करेंगे।
युवाओं और आम आदमी से जुड़े मुद्दों पर विभिन्न पार्टियों के युवा संगठनों को एकजुट करने की पहल भारतीय युवा कांग्रेस ने की है। मंगलवार को हुई सियासी पार्टियों के युवा संगठनों की बैठक में समाजवादी पार्टी, आरएलडी, एनसीपी, फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल की युवा इकाइयों के अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के बाद आईवाईसी के अध्यक्ष केशव चंद यादव ने कहा कि हम सभी ने देश और युवाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की है।
केशव चंद यादव ने कहा कि इस माह के आखिर (28 सितंबर) को दिल्ली में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसमें सभी विपक्षी पार्टियों की युवा इकाइयां हिस्सा लेंगी। इसके साथ पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर यूथ कांग्रेस बुधवार को पेट्रोलियम मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करेगी। दूसरी पार्टियां जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगी। यादव ने कहा कि मंगलवार को हुई बैठक में सात दलों के युवा इकाइयों के नेता शामिल हुए थे। इसके अलावा संयुक्त युवा मोर्चा को बसपा, डीएमके, आरजेडी, जेएमएम और जेडीएस सहित कई अन्य दलों का भी समर्थन हासिल है।