क्राइम

अब इन तरीकों से अपने जाल में फंसा रहे हैं ठग

देहरादून। राजधानी देहरादून में साइबर ठगों का जाल फैला हुआ है। पुलिस द्वारा लोगों को लाख जागरूक करने के बावजूद रोजाना पांच से ज्यादा लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। खासबात ये है कि ये ठग पुलिस को हर कदम पर चुनौती देते आ रहे हैं। जिस समस्या का समाधान पुलिस निकालती है, उससे पहले ही ये ठग कुछ नये तरीके से ठगी की घटनाओं का अंजाम दे देते हैं।
ठग अपना रहे हैं ये नये फंडे, रहे सतर्क
केस वन
ठग ने एक व्यक्ति को फोन किया और किसी अन्य का रिफ्रेंस देते हुए उनका परिचित बताकर कहा कि किसी व्यक्ति ने उनसे उधार लिया था जो लौटा रहा हैं। जिस हेतु आपके गूगल पे नम्बर की आवश्यकता है। शिकायतकर्ता द्वारा उक्त व्यक्ति को अपना परिचित समझते हुये उसे अपना गूगल पे नम्बर बता दिया गया। जिस पर उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को व्हटसप के माध्यम से क्यू आर कोड भेजकर उक्त क्यू आर कोड को स्कैन कर खाते में पैसे आने की बात कही गयी। जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा उक्त क्यू आर कोड को स्कैन किया गया तो उसके खाते से तीस हजार रूपये की निकाल लिये गये।
केस टू
एक व्यक्ति द्वारा द्वारा क्विकर पर अपना मकान बेचने का विज्ञापन डाला गया। जिसे खरीदने हेतु एक अन्जान व्यक्ति का उन्हे फोन आया व उसके द्वारा मकान खरीदने की बात कहते हुये एडवांस पेमेन्ट गूगल पे के माध्यम से करने की बात कही गई। जिस पर उनके द्वारा अपनी पत्नी का गूगल खाता नम्बर दिया गया व उसके द्वारा पैसा ट्रासफर न होने की बात कहकर क्यू आर कोड भेजने व उसे स्कैन करने की बात कहकर क्यू आर कोड भेजा गया। जिसे शिकायतकर्ता द्वारा स्वीकार कर लिया गया। क्यूआर कोड स्कैन करने के खाते ही उसके ही खाते से 49000 हजार रूपये निकाल लिये गए।
केस तीसरा
एक व्यक्ति ने बताया कि उन्हे एक अंजान नम्बर से कॉल आया। जिसने उन्हंे अपना परिचित बताते हुये मदद के नाम पर 29000 रुपये ट्रान्सफर करने को कहा गया। उक्त धनराशि को शीघ्र वापस करने का आश्वासन दिया गया। उक्त को अपना परिचित समझकर शिकायतकर्ता द्वारा भेजी गयी रिक्वेस्ट को स्वीकार किया गया। उसके द्वारा पुनः दो बार रिक्वेस्ट भेजी गयी। जिसे स्वीकार करने के कारण शिकायतकर्ता के खाते से कुल 29,000 रुपये निकल गये ।

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