आईएमए पीओपी: इस बार पास आउट होंगे 380 जेंटलमैन कैडेट
जेंटलमैन कैडेट में 42 कैडेट विदेशी भी शामिल
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड अपनी निर्धारित समय पर ही होगी। इस बार आईएमए से 380 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होंगे। जिसमें मित्र देशों के 42 जेंटलमैन कैडेट भी पास आउट होंगे। हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेंटलमैन कैडेट की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। ऐसे में जेंटलमैन कैडेट की संख्या में बदलाव भी संभव है। अगले माह 10 तारीख हो होने वाली पीओपी को लेकर जैंटलमैन कैडेटों ने रिहर्सल शुरू कर दी है।
आईएमए में पासिंग आउट परेड को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इन दिनों चेटवुड बिल्डिंग के सामने कैडेट रोजाना परेड का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। आईएमए एक अक्टूबर 1932 को अस्तित्व में आया था। पिछले 90 वर्ष में अकादमी ने अपनी प्रशिक्षण क्षमता 40 से 1650 जेंटलमैन कैडेट तक बढ़ाई है। अब तक 64 हजार से ज्यादा जेंटलमैन कैडेट अकादमी से पास आउट हो चुके हैं। इनमें 34 मित्र देशों के तीन हजार के करीब विदेशी कैडेट भी शामिल हैं।10 दिसंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड के लिए सेना के तमाम वरिष्ठ अधिकारी, देश-विदेश के गण्यमान्य लोग और जेंटलमैन कैडेट के स्वजन दून पहुंचेंगे। परेड से पहले भी अकादमी में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे।
उत्तराखंड देश को सबसे अधिक जांबाज देने वाले राज्यों में शुमार
सेना में सिपाही हो या फिर अधिकारी, उत्तराखंड का दबदबा कायम है। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर पास आउट होने वाले जेंटलमैन कैडेट की संख्या इस सच्चाई को बयां करती है। जनसंख्या घनत्व के हिसाब से देखें तो उत्तराखंड देश को सबसे अधिक जांबाज देने वाले राज्यों में शुमार है। दशकों पूर्व से ही यह परंपरा निरंतर चली आ रही है।