गृहमंत्री बोले- उत्तराखंड ही एक स्थान…जहां दैवीय शक्ति भी है और डेवलेपमेंट भी
देहरादून। उत्तराखंड में वैश्विक निवेशक सम्मेलन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया तो वहीं आज समापन अमित शाह पहुंच गए हैं। वैश्विक निवेशक सम्मेलन के पहले दिन 44 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर सरकार ने निवेशकों के साथ करार किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि डेस्टिनेशन उत्तराखंड की परिकल्पना की बात हो रही थी। मैं पहले उत्तराखंड आया था तब मैंने सीएम धामी से पूछा था कि आपने क्या लक्ष्य रखा है, तो उन्होंने मुझे बताया कि दो लाख करोड़ का। लेकिन आज साढ़े तीन लाख के एमओयू हो गए है। इसके लिए मैं पूरे उत्तराखंड प्रशासन को बधाई और शुभकामनाएं देना चाहते हूं। कहा कि आज का यह समारोह साढ़े तीन लाख के एमओयू के साथ नए उत्तराखंड की अनंत संभावनाओं को तराशने की शुरुआत की है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने छोटे राज्यों की समृद्धि के लिए प्रयास किए और अब हम सबको मिलकर उन्हें आगे बढ़ाना है। कहा कि उत्तराखंड अब आगे बढ़ रहा है। जो तस्वीर हमारे सामने इस वक्त के उत्तराखंड की है वह यही बता रही है। बतौर गृह मंत्री अमित शाह, सीएम धामी कहते हैं कि यहां कुदरत है…देव हैं…लेकिन मैं इसके साथ ये भी कहूंगा कि यहां भ्रष्टाचार मुक्त शासन भी है। जोकि इनवेस्टमेंट मुक्त निवेश के लिए भी जरूरी है। कहा कि पारदर्शिता उत्तराखंड का स्वभाव है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वह निश्चिंत होकर राज्य में निवेश करें, उन्हें भ्रष्टाचार नहीं मिलेगा। गृहमंत्री अमित शाह ने सिलक्यारा सुरंग में फंसीं 41 जानें बचाने का श्रेय सीएम धामी को दिया। उन्होंने कहा कि लगातार भले ही हम मामले की मॉनिटिरिंग कर रहे थे, लेकिन असल में इसका श्रेय सीएम धामी को जाता है। पूरे देश की नजर इस मामले पर थी। और धामी सरकार ने जिस तरह से इस मामले का हल निकाला वह सभी ने देखा।
मुख्य सचिव ने बताया कि क्यों करना चाहिए उद्यमियों को उत्तराखंड में निवेश
निवेशक सम्मेलन में मुख्य सचिव एस एस संधु ने बताया कि उत्तराखंड में उद्यमियों को क्यो निवेश करना चाहिए।
- 6000 एकड़ सरकारी भूमिका लैंड बैंक है
- देश में सबसे सस्ती बिजली
- सबसे बेहतरीन रोड . एयर कनेक्टिविटी
- सस्ता श्रम, कोई हड़ताल नहीं
- उतराखंड सबसे शांत, अच्छी कानून व्यवस्था
- एनसीआर के नजदीक
- प्रदूषण मुक्त वातावरण
- देवभूमि में देवताओं का आशीर्वाद, जिसने निवेश किया उसे ईश्वर का आशीर्वाद मिला
- धरातल पर 44 हजार करोड़ का निवेश,24000 करोड़ पर काम शुरू